क्या कश्मीर में ड्रग्स सप्लाई मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- 2.730 किलोग्राम चरस जब्त की गई।
- तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
- एनसीबी और बारामूला पुलिस का सक्रिय सहयोग।
- तस्करी के पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़।
- सरकार की मादक पदार्थ प्रवर्तन की पहल।
श्रीनगर, 25 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) श्रीनगर क्षेत्र ने बारामूला-पुलवामा में सक्रिय एक मादक पदार्थ सप्लाई मॉड्यूल का खुलासा किया है। इस कार्रवाई में 2.730 किलोग्राम चरस जब्त की गई और मुख्य सप्लायर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
एनसीबी की टीम ने 20 नवंबर को विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर बारामूला के बशीर अहमद मल्ला को रोका और उसके पास से 2.730 किलोग्राम चरस बरामद की।
बारामूला पुलिस के सहयोग से पूछताछ के दौरान एनसीबी ने उसके सहयोगी कुंजेर और मंसूर अहमद वानी को भी गिरफ्तार किया, जो सप्लाई चेन में सक्रिय थे।
एनसीबी ने बारामूला पुलिस के सहयोग की सराहना की है, जिसने इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दोनों आरोपियों की जानकारी के आधार पर ड्रग सप्लायर अब्दुल राशिद डार को पुलवामा से गिरफ्तार किया गया, जिससे पूरी सप्लाई का पर्दाफाश हुआ।
सभी आरोपियों का एनडीपीएस मामलों से जुड़ा एक पूर्व आपराधिक इतिहास रहा है। मुख्य साजिशकर्ता, सहयोगी और सप्लायर की गिरफ्तारी के साथ, जब्त किए गए पदार्थ की खरीद, परिवहन और वितरण में शामिल पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो गया है। वित्तीय लेन-देन और अंतर-राज्यीय कनेक्शन की पहचान के लिए आगे की जांच जारी है।
श्रीनगर में एनसीबी कार्यालय की स्थापना जम्मू और कश्मीर में मादक पदार्थ प्रवर्तन को मजबूत करने की भारत सरकार की रणनीतिक पहल का हिस्सा है। एनसीबी नशीली दवाओं के खतरे को कम करने, युवाओं की सुरक्षा करने और केंद्रशासित प्रदेश में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
एनसीबी जनता से नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में सहयोग की अपील करता है। नागरिक नशीली दवाओं की तस्करी से संबंधित जानकारी को गोपनीय रूप से मानस-राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन: टोल-फ्री 1933 पर रिपोर्ट कर सकते हैं। कॉल करने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है।