केरल के पलक्कड़ में 17 वर्षीय छात्रा का जला हुआ शव क्यों मिला?

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केरल के पलक्कड़ में 17 वर्षीय छात्रा का जला हुआ शव क्यों मिला?

सारांश

पलक्कड़ में एक 17 वर्षीय छात्रा का जला हुआ शव मिलने से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। यह घटना शैक्षणिक दबाव और मानसिक स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता को उजागर करती है। क्या हमें इस समस्या का समाधान ढूंढने की आवश्यकता है?

Key Takeaways

  • इस घटना ने छात्रों पर शैक्षणिक दबाव की समस्या को उजागर किया है।
  • मानसिक स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता है।
  • घटनाओं की जांच में पारदर्शिता जरूरी है।

पलक्कड़ (केरल), 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुलिस ने बताया कि पलक्कड़ में एक 17 वर्षीय 12वीं कक्षा की छात्रा अपने घर के पास एक सुनसान क्षेत्र में गंभीर रूप से जली हुई अवस्था में मृत पाई गई।

मृतक की पहचान कोल्लंगोड बीएसएस हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा गोपिका के रूप में की गई है। वह सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी।

बेटी के स्कूल से लौटने में देरी होने पर उसकी मां शीबा उसे ढूंढने निकलीं और बुधवार शाम करीब 6 बजे घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर गोपिका का जला हुआ शव मिला।

अपनी बेटी का शव देखकर शीबा की चीखें सुनकर स्थानीय लोगों ने पंचायत सदस्य बी. मणिकंदन को सूचित किया, जिन्होंने पुलिस को जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गोपिका ने आत्महत्या की है। वह अक्सर स्कूल से लौटने के बाद पहाड़ी पर समय बिताती थी।

पुलिस ने घटनास्थल से उसका स्कूल बैग, मोबाइल फोन और एक डायरी बरामद की। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि डायरी में आत्मघाती कदम उठाने के कारणों का विवरण है। जिस स्थान पर उसका शव मिला था, उसके पास की चट्टान पर भी इसी तरह के शिलालेख पाए गए।

पुलिस ने अब तक उसकी डायरी में लिखी बातों का खुलासा नहीं किया है जिससे उसकी आत्महत्या के कारणों का पता चल सके।

कोल्लांगोडे पुलिस ने घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है।

इस दुखद घटना ने क्षेत्र में छात्रों पर शैक्षणिक दबाव और मानसिक स्वास्थ्य सहायता को लेकर चिंताओं को उजागर कर दिया है। हाल के दिनों में केरल से ऐसी कई खबरें आई हैं जो छात्रों की मौत से जुड़ी हुई हैं। शैक्षणिक दबाव, बदमाशी और मानसिक उत्पीड़न जैसे कारकों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है।

पलक्कड़ में 14 वर्षीय लड़की ने इस साल जून में आत्महत्या कर ली थी, जब उसके परिवार ने आरोप लगाया था कि उसके स्कूल ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया था। छात्रों और अभिभावकों के विरोध के बाद, स्कूल ने प्रधानाचार्य सहित पांच कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था।

एक अन्य मामले में, तिरुवनंतपुरम का 17 वर्षीय 12वीं का छात्र दर्शन आर. मार्च, 2025 में अपने घर पर मृत पाया गया था। पुलिस को संदेह था कि परीक्षा संबंधी तनाव उसकी मौत का कारण था।

Point of View

इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया है कि क्या हमारे समाज में शैक्षणिक दबाव और मानसिक स्वास्थ्य सहायता की कमी है। हमें इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
11/09/2025

Frequently Asked Questions

गोपिका का शव कहां मिला?
गोपिका का शव पलक्कड़ में एक पहाड़ी पर मिला, जो उसके घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर स्थित है।
क्या पुलिस ने आत्महत्या के कारणों की जांच की है?
हां, पुलिस ने प्रारंभिक जांच में यह पाया कि गोपिका ने आत्महत्या की है।
क्या इस घटना से छात्रों पर शैक्षणिक दबाव की समस्या उजागर होती है?
जी हां, यह घटना छात्रों पर शैक्षणिक दबाव और मानसिक स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता को दर्शाती है।