क्या केरल में निपाह वायरस से एक मौत हुई है, और क्या अलर्ट जारी है?

सारांश
Key Takeaways
- पलक्कड़ में निपाह वायरस का नया मामला सामने आया है।
- 46 लोगों को निगरानी में रखा गया है।
- स्वास्थ्य टीमें निवारक उपायों के लिए सक्रिय हैं।
- अस्पतालों में फेस मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है।
- भविष्य में वायरस के प्रसार को रोकना आवश्यक है।
तिरुवनंतपुरम, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केरल के पलक्कड़ जिले में निपाह वायरस के एक नए मामले ने स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता को और बढ़ा दिया है।
यह नया मामला कुमारमपुथुर का है, जहां 58 वर्षीय एक व्यक्ति की शनिवार रात मृत्यु हो गई। उसकी मृत्यु के बाद किए गए परीक्षण में निपाह वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
इस व्यक्ति का बुखार और अन्य लक्षणों का इलाज चल रहा था, लेकिन उसकी स्थिति अचानक बिगड़ गई। उसके नमूनों को पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) को भेजा गया था, जहां निपाह वायरस की पुष्टि हुई, जिससे यह जिले में दूसरा पुष्ट मामला बन गया।
एनआईवी से पुष्टि मिलने से पहले ही, पलक्कड़ और मलप्पुरम के स्वास्थ्य अधिकारियों ने संपर्कों की पहचान और रोकथाम के उपायों को लागू कर दिया था। अब तक, पिछले तीन हफ्तों में मृतक के संपर्क में आए 46 व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें निगरानी में रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि मृतक की विस्तृत संपर्क सूची और रूट मैप पहले ही तैयार कर लिया गया है।
मृतक की गतिविधियों को समझने के लिए निगरानी फुटेज की भी जांच की गई है।
कुमारमपुथुर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीमें घर-घर जाकर लक्षणों की जांच कर रही हैं और निवासियों को निवारक उपायों के बारे में जानकारी दे रही हैं।
मंत्री ने कहा, "हम अपने रिस्पॉन्स का दायरा बढ़ा रहे हैं और किसी भी संभावित प्रसार को रोकने के लिए अपनी स्वास्थ्य टीमों को सशक्त बना रहे हैं।"
मंत्री ने जनता से, विशेष रूप से पलक्कड़ और मलप्पुरम जिलों में, अनावश्यक अस्पताल जाने से बचने की सलाह दी है और अस्पतालों में उपस्थित लोगों की संख्या सीमित करने का निर्देश दिया है।
मरीजों, देखभाल करने वालों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
केरल में वर्तमान में कुल 543 व्यक्तियों को चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है, जिनमें पलक्कड़ में 219, मलप्पुरम में 208, कोझीकोड में 114 और एर्नाकुलम में 2 व्यक्ति शामिल हैं। एहतियात के तौर पर कोझीकोड, त्रिशूर, कन्नूर और वायनाड जिलों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
पिछले एक साल में केरल में निपाह का यह छठा मामला सामने आया है। पिछले मामलों में जुलाई 2024 में पांडिक्कड़ में एक 14 वर्षीय लड़का और सितंबर 2024 में वंडूर में एक 24 वर्षीय व्यक्ति शामिल हैं, जिनकी इस वायरस के कारण मृत्यु हो गई थी।