क्या मृत्युंजय तिवारी का दावा खरमास के बाद बिहार में बड़ा खेल होगा?
सारांश
Key Takeaways
- खरमास के बाद राजनीतिक बदलाव संभव है।
- तिवारी का दावा एनडीए सरकार की बेचैनी को दर्शाता है।
- राजद का अपमान और राजनीतिक मुद्दे महत्वपूर्ण हैं।
भागलपुर, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने अपने एक बयान से बिहार की राजनीति में हलचल उत्पन्न कर दी है। उन्होंने सत्ता परिवर्तन के संकेत दिए हैं।
वर्तमान में बिहार में एनडीए की सरकार है। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को भरपूर बहुमत प्राप्त हुआ है और नीतीश कुमार ने बिहार के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। फिर भी, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि बिहार में बड़ा खेला होने वाला है।
भागलपुर में राजद प्रवक्ता ने शनिवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बिहार की सत्ता में बड़ा बदलाव संभव है। खरमास के बाद चूड़ा-दही खाकर यह बदलाव होगा।
उन्होंने कहा कि जो भी बिहार का इतिहास जानते हैं, उन्हें पता है कि अक्सर बिहार की राजनीति में ट्विस्ट चूड़ा-दही खाने के बाद ही आता है। इस बार भी बड़ा खेला होने वाला है।
तिवारी ने एनडीए की बेचैनी पर तंज करते हुए कहा कि 202 सीटों के साथ सरकार में होने के बावजूद एनडीए नेता बेचैन और परेशान क्यों हैं? यह साफ दिखाता है कि सरकार के अंदर कुछ गड़बड़ है। जिस तरह एनडीए सहयोगियों को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें तोड़ने की कोशिश की जा रही है, यही इस बेचैनी का कारण है।
राबड़ी देवी के सरकारी बंगले को खाली कराने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हम तो सीधे चुनौती देते हैं। राबड़ी देवी बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और विधान परिषद में विरोधी दल की नेता हैं। उस हैसियत से उन्हें बंगला आवंटित हुआ था। सरकार ने बंगला खाली करने का आदेश दिया, यह मुद्दा है। अब कोई तहखाने की बात कर रहा है। सरकार एक लेटर निकाल दे, हर सरकारी बंगले में तहखाने की जांच हो, राबड़ी देवी के आवास की भी खुदाई हो। अगर कुछ नहीं निकला तो माफी मांगें।
उन्होंने कहा कि यहां की सरकार ने राजनीति को मजाक बना दिया है। जनता के लिए काम नहीं करेंगे, मशीनरी का दुरुपयोग करके जीत गए, लेकिन फिर भी लालू परिवार के डर से ग्रस्त हैं, इसीलिए यह सरकार राबड़ी देवी का अपमान कर रही है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि खरमास के बाद बड़ा उलटफेर होगा। सत्तापक्ष ने सोचा भी नहीं होगा कि ऐसा खेला होगा। दही-चूड़ा खाने के बाद सरकार बदल जाएगी।