क्या गुजरात सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है?
सारांश
Key Takeaways
- प्राकृतिक खेती रासायनिक खेती की तुलना में स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
- गुजरात सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती के फायदे बता रही है।
- इस योजना से किसानों की फसल की गुणवत्ता में सुधार होगा।
गांधीनगर, १३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात सरकार के मंत्री जीतू वाघानी ने शनिवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि रासायनिक खेती का प्रचलन तेजी से बढ़ा है, जिससे कई नुकसान हुए हैं। एक तरफ, कम गुणवत्ता वाली फसलों का उत्पादन हुआ है और दूसरी तरफ, जमीन की गुणवत्ता भी खराब हुई है।
इसके अतिरिक्त, रासायनिक खेती से उत्पन्न अनाज का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभों के बारे में बताया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि हाल ही में एक विश्वविद्यालय द्वारा किए गए शोध में प्राकृतिक खेती और रासायनिक खेती के फसलों में महत्वपूर्ण अंतर को उजागर किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, प्राकृतिक खेती से प्राप्त फसलें स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती हैं, जबकि रासायनिक खेती हानिकारक साबित होती है। इसी कारण से, हमारी सरकार ने एक योजना बनाई है जिसके अंतर्गत हम लोगों के बीच जाकर प्राकृतिक खेती के फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह मिशन स्थापित किया गया है, जिसके तहत हम लोगों को प्राकृतिक खेती के फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे। हम इस मिशन को हर हाल में पूरा करने का संकल्प लिए हुए हैं।