क्या दिव्या दत्ता ने भाई राहुल के साथ गाया बॉलीवुड का क्लासिक गीत?
सारांश
Key Takeaways
- दिव्या दत्ता का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना है।
- गाना 'दिल तड़प तड़प के' एक क्लासिक है।
- फिल्म मधुमती 1958 में आई थी और यह पुनर्जन्म पर आधारित है।
- दिव्या का संगीत के प्रति प्यार दर्शाता है कि परिवार के साथ समय बिताना कितना महत्वपूर्ण है।
- वीडियो में भाई-बहन के बीच का प्यार भी नजर आता है।
मुंबई, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री दिव्या दत्ता सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं और अक्सर अपने जीवन के खास लम्हों को साझा करती हैं। हाल ही में, उन्होंने शनिवार को अपने भाई के साथ एक वीडियो साझा किया।
अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वे अपने भाई के साथ दिलीप कुमार का प्रसिद्ध गाना 'दिल तड़प तड़प के' गाती नजर आ रही हैं।
वीडियो के कैप्शन में अभिनेत्री ने लिखा, "भाई राहुल के साथ बैठकर दिनभर की थकान को गाने के जरिए बाहर निकालना बहुत सुकून देता है। मेरा भाई भी हमेशा इशारों में गाने का सुर पकड़ने में मदद करता है। मिले सुर मेरा तुम्हारा।"
अभिनेत्री ने मजाकिया अंदाज में यह भी लिखा कि मेरी गायिकी का मूल्यांकन न करें।
दिव्या का यह पोस्ट उनके फैंस और दोस्तों को बहुत पसंद आ रहा है, जो कमेंट सेक्शन में विभिन्न प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
गाने 'दिल तड़प-तड़प के' की बात करें, तो यह 1958 में आई फिल्म 'मधुमती' में फिल्माया गया था। इस गाने को स्वर कोकिला लता मंगेशकर और मुकेश कुमार ने गाया था, और संगीत सलिल चौधरी ने दिया था। गाने में दिलीप कुमार और वैजंतीमाला रोमांटिक अंदाज में नजर आते हैं।
फिल्म मधुमती का निर्देशन और निर्माण बिमल रॉय ने किया था। फिल्म में दिलीप कुमार, वैजयंतीमाला, प्राण, और जॉनी वॉकर मुख्य भूमिकाओं में थे। यह फिल्म अपने समय की सबसे सफल फिल्मों में से एक थी और इसे कई पुरस्कार भी मिले, जिसमें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार शामिल है।
यह फिल्म पुनर्जन्म पर आधारित पहली प्रमुख हिंदी फिल्मों में से एक मानी जाती है। फिल्म की कहानी आनंद नामक एक युवक के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे दिलीप कुमार ने निभाया है। आनंद एक बारिश की रात में फंस जाता है और अपनी खराब गाड़ी के कारण एक पुरानी हवेली में शरण लेता है। हवेली उसे परिचित लगती है, और जल्द ही उसे अपने पिछले जन्म की याद आने लगती है। कहानी में पुनर्जन्म, प्रेम और रहस्य का मिश्रण है, जिसमें आनंद को मधुमती (वैजयंतीमाला) नाम की एक आदिवासी महिला से प्यार हो जाता है।