क्या आप जानते हैं 'कचरा सेठ' का करेक्टर कहां से आया?
सारांश
Key Takeaways
- मनोज जोशी का किरदार 'कचरा सेठ' आज भी लोकप्रिय है।
- उनका संवाद 'डेढ़ सौ रुपया देगा' दर्शकों के बीच एक हिट है।
- किरदार को बनाने में नीरज वोरा का महत्वपूर्ण योगदान था।
- मनोज का थिएटर का अनुभव उनके किरदारों में झलकता है।
- वे नीम करौली बाबा पर फिल्म बनाने की योजना बना रहे हैं।
मुंबई, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। 'डेढ़ सौ रुपया देगा', जैसे संवादों के लिए मशहूर मनोज जोशी एक बहु-प्रतिभाशाली अभिनेता हैं, जिन्होंने हमेशा ऐसे किरदार निभाए हैं जो उनके करियर को नई ऊँचाइयों पर लेकर गए हैं।
उनका 'कचरा सेठ' का किरदार बेहद प्रसिद्ध हुआ है, जिसे आज भी मीम्स पर देखा जाता है। फिल्म में उनके द्वारा बोले गए हर डायलॉग को दर्शक आज भी याद करते हैं।
साल 2006 में प्रदर्शित फिल्म 'फिर हेरा फेरी' में मनोज जोशी ने 'कचरा सेठ' का रोल निभाया, जिसमें उनका संवाद, 'डेढ़ सौ रुपया देगा', आज भी दर्शकों का प्रिय है। लेकिन 'कचरा सेठ' का किरदार आया कहाँ से? दरअसल, यह किरदार मनोज जोशी की कद-काठी और उनके अदा पर आधारित था। जब मनोज एक नाटक कर रहे थे, तब दिवंगत निर्देशक और उनके मित्र नीरज वोरा ने उनकी परफॉर्मेंस देखी और उन्हें 'कचरा सेठ' बनाने का विचार किया।
उनका लुक बदलने के लिए सबसे पहले चश्मा और दांत को बदला गया और कुर्ता पजामा पहनाया गया, जबकि बोलने का लहजा वही रखा गया। एक इंटरव्यू में मनोज जोशी ने कहा कि 2006 से 2024 तक उनका यह किरदार बहुत आइकॉनिक रहा है, क्योंकि इसकी लोकप्रियता आज भी सोशल मीडिया पर देखी जा सकती है।
मनोज जोशी का करियर हिंदी सिनेमा में विविध किरदारों के लिए जाना जाता है। उन्होंने मराठी, गुजराती और हिंदी थिएटर में शुरुआत की। इसके अलावा, उन्होंने कई सीरियस रोल भी निभाए हैं। टीवी सीरियल 'एक महल हो सपनों का' में उन्होंने अभिषेक पुरुषोत्तम नानावटी का किरदार निभाया था।
कॉमेडियन के तौर पर 'हंगामा' फिल्म से उन्हें ब्रेक मिला और उसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्मों में कॉमेडी रोल निभाए। अब वे नीम करौली बाबा पर एक फिल्म लाने की योजना बना रहे हैं।