क्या पीएम कुसुम योजना से खुशहाल हुए किसान? फसलों को समय पर मिल रहा पानी
सारांश
Key Takeaways
- पीएम कुसुम योजना ने किसानों के लिए ऊर्जा की उपलब्धता बढ़ाई है।
- सोलर पंप की सुविधा से सिंचाई में आसानी हुई है।
- किसानों की आमदनी में वृद्धि हुई है।
- इस योजना से खेती की लागत में कमी आई है।
- किसान अब दिन-रात अपनी फसलों को पानी दे सकते हैं।
अहमदनगर, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान जिसे हम पीएम कुसुम योजना के नाम से जानते हैं, ने किसानों के जीवन में एक नया मोड़ लाया है। इस योजना के तहत किसानों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा प्रदान की जा रही है, जिससे उनकी कृषि प्रक्रिया सरल और लाभदायक बन रही है।
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले की राहाता तहसील के शिंगवे गांव के किसान दिलीप सयाजी शेजवल इसका प्रमाण हैं, जिनका जीवन पीएम कुसुम योजना के माध्यम से पूरी तरह से बदल गया है।
किसान दिलीप शेजवल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि पहले बिजली की अनियमितता के कारण फसलों को समय पर पानी देना चुनौतीपूर्ण था, जिससे उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता था। कई बार बिजली न होने से सिंचाई रुक जाती थी और फसलों को नुकसान उठाना पड़ता था। लेकिन पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पंप मिलने के बाद उनकी यह समस्या समाप्त हो गई है। अब उन्हें नियमित और पर्याप्त पानी मिल रहा है, जिससे फसलों की सेहत बेहतर हो गई है और उत्पादन में भी वृद्धि हुई है।
इसी प्रकार, राहाता तहसील के एक अन्य किसान योगेश वसंतराव वाबले को भी पीएम कुसुम योजना से सोलर पंप का लाभ मिला है। योगेश ने बताया कि अब वह अपने खेतों की सिंचाई सोलर पंप के माध्यम से करते हैं, जिससे बिजली कटौती की समस्या से उन्हें राहत मिली है और खेती की लागत में कमी आई है।
उन्होंने कहा कि वह सवा तीन एकड़ में खेती करते हैं, जिसमें उन्होंने सोयाबीन की फसल उगाई है। पीएम कुसुम योजना के तहत आवेदन करने के लगभग तीन महीने बाद उन्हें सोलर पंप मिला।
योगेश ने कहा कि सोलर पंप की सुविधा से अब दिन या रात, जब भी आवश्यकता होती है, वह खेतों को पानी दे सकते हैं। समय पर सिंचाई से फसलों की पैदावार में सुधार हुआ है और उनकी आमदनी बढ़ी है।
उन्होंने सोलर पंप के कारण अपनी खेती में आए बदलाव की सराहना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।