कोलकाता गैंगरेप केस: क्या भाजपा द्वारा बनाई गई जांच समिति प्रभावी होगी?

सारांश
Key Takeaways
- कोलकाता में लॉ छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई।
- भाजपा ने जांच के लिए समिति बनाई है।
- मुख्य आरोपी टीएमसी की छात्र इकाई से जुड़ा है।
- भाजपा ने ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की है।
- यह घटना कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है।
नई दिल्ली/कोलकाता, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। कोलकाता में एक लॉ छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की बेहद गंभीर घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक जांच समिति का गठन किया है। कॉलेज में एक छात्रा के साथ कथित तौर पर तीन युवकों ने गैंगरेप किया, जिसमें से एक आरोपी टीएमसी की छात्र इकाई का सदस्य बताया जा रहा है। शुक्रवार को इस मामले का खुलासा होने के बाद से भाजपा ने लगातार पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी को कठघरे में खड़ा किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस घृणित घटना की कड़ी निंदा की और प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। इसके साथ ही, पार्टी ने एक चार सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो कोलकाता में घटनास्थल का दौरा करेगी।
भाजपा द्वारा जारी की गई आधिकारिक सूचना के अनुसार, इस समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह, मीनाक्षी लेखी, बिप्लब देव (लोकसभा सांसद) और मनन कुमार मिश्रा (राज्यसभा सांसद) शामिल हैं। समिति जल्द ही घटनास्थल का दौरा कर अपनी रिपोर्ट जेपी नड्डा को प्रस्तुत करेगी।
दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, "कोलकाता के लॉ कॉलेज में हुई इस भयावह घटना से पूरा देश दुखी है। यह चिंताजनक है कि पश्चिम बंगाल किस दिशा में बढ़ रहा है। यह बेहद दुखद है कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ इस प्रकार के जघन्य अपराध बार-बार सामने आ रहे हैं।"
संबित पात्रा ने यह भी कहा, "पीड़िता के बयान से स्पष्ट होता है कि यह राज्य प्रायोजित क्रूरता प्रतीत होती है। मुख्य आरोपी मोनोजित मिश्रा कथित तौर पर टीएमसी की छात्र शाखा का सचिव था। वह उसी कॉलेज का छात्र है, जहां वह कानून की पढ़ाई कर रहा है और साथ ही सत्तारूढ़ पार्टी के छात्र संगठन से भी जुड़ा हुआ है।"
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए उन्होंने कहा, "बंगाल में जो हो रहा है, उस पर हम सभी बहुत दुखी हैं। बंगाल में महिलाओं के खिलाफ इस प्रकार के क्रूर व्यवहार को सहन नहीं किया जा सकता। ममता बनर्जी को इस्तीफा देना चाहिए।"