क्या कोलकाता में कपड़ा कारोबारी के घर पर ईडी ने छापा मारा?

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क्या कोलकाता में कपड़ा कारोबारी के घर पर ईडी ने छापा मारा?

सारांश

कोलकाता में ईडी ने एक कारोबारी परिवार के घर पर छापेमारी की है। इस कार्रवाई के पीछे वित्तीय लेन-देन और कर चोरी का मामला हो सकता है। जांच में शामिल दोनों भाइयों के व्यवसायों की गहन पड़ताल की जा रही है। जानिए इस मामले की पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • ईडी ने कोलकाता में एक कारोबारी परिवार के घर पर छापेमारी की।
  • छापेमारी का कारण वित्तीय अनियमितता और कर चोरी का संदेह है।
  • रिपोर्ट्स के अनुसार, विश्वजीत और रणजीत चौधरी की जांच चल रही है।
  • ईडी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच की।
  • राज्य प्रशासन अब जांच के नतीजों पर नजर रख रहा है।

कोलकाता, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कोलकाता में एक कारोबारी परिवार के निवास पर छापेमारी की। यह कार्रवाई किसी वित्तीय लेन-देन या कर चोरी से संबंधित हो सकती है। हालांकि, केंद्रीय जांच एजेंसी ने आधिकारिक तौर पर नहीं बताया कि यह तलाशी किस मामले में की जा रही है।

केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने सुबह लगभग सात बजे बेलियाघाटा क्षेत्र में 75 हेमचंद्र नस्कर रोड स्थित कारोबारी के घर पर छापा मारा। छापेमारी में लगभग छह ईडी अधिकारियों ने भाग लिया।

ईडी के सूत्रों के अनुसार, यह निवास विश्वजीत चौधरी और रणजीत चौधरी का है। बड़े भाई विश्वजीत चौधरी का कपड़ों का व्यवसाय है, जबकि रणजीत चौधरी निर्माण क्षेत्र से जुड़े हुए हैं।

हालांकि, जांचकर्ता दोनों भाइयों के अन्य व्यावसायिक संबंधों और उनकी वित्तीय गतिविधियों की भी जांच कर रहे हैं।

ईडी के अधिकारियों ने केंद्रीय बल के जवानों के साथ मिलकर घर पर छापा मारा। शुरुआत में, जांचकर्ताओं को घर में प्रवेश करते समय कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ा।

सूत्रों के अनुसार, लोहे के गेट को खोलने में काफी समय लगा, लेकिन अंततः सुरक्षा गार्ड ने आकर गेट खोला और ईडी के अधिकारी घर में दाखिल हुए।

ईडी के अधिकारियों ने घर के विभिन्न कमरों की गहन जांच की। बताया जा रहा है कि महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच की जा रही है। एजेंसी को परिवार के वित्तीय लेन-देन में अनियमितता या मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का संदेह है।

इस बीच, सुरक्षा कारणों से ईडी के अधिकारियों ने किसी को भी घर के पास जाने की अनुमति नहीं दी है। राज्य प्रशासन अब जांच के परिणामों पर ध्यान दे रहा है।

मीडिया के एक हिस्से से बात करते हुए रणजीत चौधरी ने कहा, "मुझे इस छापे का सही कारण नहीं पता, न ही उन्होंने हमें बताया है कि वे किस मामले में आए हैं। मैं 1996 से रियल एस्टेट और निर्माण व्यवसाय में हूं। पुरी में मेरे दो होटल हैं।"

Point of View

प्रवर्तन निदेशालय का यह छापा दर्शाता है कि वित्तीय अनियमितताओं पर नकेल कसने के लिए सरकार गंभीर है। ऐसे मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना आवश्यक है।
NationPress
28/10/2025

Frequently Asked Questions

ईडी ने किस कारण से छापेमारी की?
ईडी ने वित्तीय लेन-देन और कर चोरी के संदेह में छापेमारी की।
छापे के दौरान क्या हुआ?
ईडी के अधिकारियों ने घर के विभिन्न कमरों की जांच की और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की तलाश की।
छापे में कौन शामिल था?
छापेमारी में लगभग छह ईडी अधिकारी और केंद्रीय बल के जवान शामिल थे।
रणजीत चौधरी ने क्या कहा?
रणजीत चौधरी ने कहा कि उन्हें छापे का सही कारण नहीं बताया गया।
क्या परिवार को घर के पास जाने की अनुमति थी?
सुरक्षा कारणों से किसी को भी घर के पास जाने की अनुमति नहीं थी।