क्या हरियाणा के डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा का भारत-पाक क्रिकेट मैच पर बयान सही है?

सारांश
Key Takeaways
- कृष्ण मिड्ढा का पाकिस्तान के खिलाफ बयान
- एशिया कप में भारत-पाक क्रिकेट मैच की चर्चा
- विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का महत्व
- कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी
- फरीदाबाद में कार्यक्रम की तैयारियाँ
करनाल, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के करनाल में डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा ने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बारे में अपनी राय दी। जब उनसे पूछा गया कि क्या यह मैच होना चाहिए, तो उन्होंने कहा, "पाकिस्तान पहले भी मुंह की खा चुका है और अब इस मैच में भी पिटेगा, यह निश्चित है।"
उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा इस मैच का आयोजन किया गया है, इसलिए वह इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं कर सकते। उनका मानना है कि यह मैच नहीं होना चाहिए था, लेकिन पाकिस्तान की हार निश्चित है।
इसके अतिरिक्त, मिड्ढा ने फरीदाबाद में 14 अगस्त को आयोजित होने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की तैयारियों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए एक मीटिंग आयोजित की गई है, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर उपस्थित रहेंगे।
मिड्ढा ने कहा कि जब देश आजाद हुआ था, तब लगभग 10 लाख लोगों ने शहादत दी थी, लेकिन तत्कालीन सरकारों ने इसे छिपाने का प्रयास किया। अब पूरे देश में इस दिन को याद करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, और फरीदाबाद में भी इसे भव्य रूप से मनाया जाएगा।
डिप्टी स्पीकर ने वर्तमान सरकार और प्रशासन के कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "पिछली सरकारों में क्या काम हुआ, और अब क्या हो रहा है, यह सभी देख रहे हैं। यदि कोई काम छूट जाता है, तो मुख्यमंत्री नायब सैनी उसकी समीक्षा करते हैं और उसे पूरा करने के निर्देश देते हैं। प्रशासनिक अधिकारी भी सभी की बात सुनते हैं और अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं। डबल इंजन की सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।"
कृष्ण मिड्ढा ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी आज तक अपना विपक्ष का नेता नहीं चुन पाई, तो क्या वह संगठन खड़ा कर पाएगी? कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी की वजह से पार्टी नेतृत्व के मामले में असफल रही है और जनता के बीच भरोसा खोती जा रही है। जनता ने कांग्रेस पार्टी को नकार दिया है और आने वाले दिनों में पार्टी का जो जनाधार बचा है, वह भी खत्म हो जाएगा।"