क्या कुलदीप सेंगर की बेटी को पीड़िता के बारे में बयान देने से बचना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- कुलदीप सेंगर का मामला सामाजिक न्याय का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
- पीड़ितों की आवाज़ को सबसे पहले सुना जाना चाहिए।
- राजनीति में धर्म का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।
नई दिल्ली, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उन्नाव रेप मामले में दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर की बेटी द्वारा अपने पिता का बचाव करने पर जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि उन्हें पीड़िता के बारे में दिए गए बयान पर सोच-समझकर बोलना चाहिए।
नई दिल्ली में केसी त्यागी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि कुलदीप सेंगर की बेटी भी एक महिला है, लेकिन उन्हें यौन उत्पीड़न के मामले में ऐसे बयान देने से बचना चाहिए। यह सिर्फ एक लड़की का मामला नहीं है, बल्कि यह पीड़ित समुदाय के दर्द को दर्शाता है।
कुलदीप सेंगर की बेटी ने अपने पिता को निर्दोष बताते हुए कहा कि पिछले 8 वर्षों में उन्हें भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। लोग केवल पीड़िता का पक्ष सुन रहे हैं, जबकि उनका पक्ष कोई नहीं सुन रहा है।
पश्चिम बंगाल में एसआईआर के पर्यवेक्षक की कार पर हुए हमले को लेकर केसी त्यागी ने कहा कि चुनाव से पहले टीएमसी पहले ही इस पर हल्ला कर चुकी है। अधिकारियों पर हमले अब अराजकता की सीमा पार कर चुके हैं।
उन्होंने पश्चिम बंगाल में मंदिर-मस्जिद की राजनीति पर कहा कि धर्मनिरपेक्ष राज्य में सभी को अपने धर्म का पालन करने की अनुमति होनी चाहिए। इसे चुनाव के लिए दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के निधन पर केसी त्यागी ने कहा कि उनका निधन दुर्भाग्यपूर्ण है। वह लंबे समय तक पड़ोसी देश की प्रधानमंत्री रहीं।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के नए साल के जश्न के खिलाफ फतवा जारी करने पर केसी त्यागी ने कहा कि कई मुस्लिम देशों में नया साल खुशी से मनाया जाता है। नॉन-मुस्लिम देशों में ईद जैसे समारोह होते हैं। नए साल पर ऐसे बयान देकर भारतीय मौलाना अपनी हदें पार कर रहे हैं।
वहीं, कुलदीप सिंह सेंगर की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने पर जदयू नेता राजीव रंजन ने कहा कि पूरे देश में खुशी है। रेप पीड़िता को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से न्याय मिला है। अंतिम फैसला आना बाकी है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा सेंगर को दी गई जमानत पर रोक लगा दी है। यह न्याय की जीत है और पूरा देश रेप पीड़िता के साथ खड़ा है।