क्या 18 नवंबर को तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे? राजद एमएलसी कारी सोहैब का दावा
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव का नेतृत्व बिहार में महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक हो सकता है।
- एग्जिट पोल्स में दबाव की राजनीति का संकेत मिलता है।
- जनता ने इस बार बदलाव के लिए वोट किया है।
- राजद और सहयोगी दलों को 150 से अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है।
- 14 नवंबर को चुनाव परिणामों का ऐलान होगा।
पटना, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स के बीच राजद की ओर से एक महत्वपूर्ण बयान आया है। राजद के एमएलसी कारी सोहैब ने कहा कि एग्जिट पोल के माध्यम से सत्ताधारी दल केवल अधिकारियों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस बार जनता ने स्पष्ट रूप से तेजस्वी यादव के नेतृत्व और रोजगार के विजन पर वोट दिया है।
कारी सोहैब ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "एग्जिट पोल के आंकड़े केवल दबाव की राजनीति का परिणाम हैं। ये लोग प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव के समय भी इन्होंने 400 सीटें जीतने का दावा किया था, लेकिन परिणाम सबके सामने हैं। बिहार की जनता अब झूठे दावों में नहीं आने वाली।"
उन्होंने कहा कि बिहार के लोग इस बार बदलाव चाहते हैं। वे रोजगार, सिंचाई और दवाई जैसी बुनियादी जरूरतों की सरकार चाहते हैं। जनता ने तेजस्वी यादव के नाम पर वोट किया है। उन्हें विश्वास है कि तेजस्वी की सरकार ही बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर ईमानदारी से कार्य करेगी।
कारी सोहैब ने एग्जिट पोल को एनडीए की हार की बौखलाहट का परिणाम बताया।
उन्होंने कहा कि जब हार सामने दिख रही है, तो भाजपा और एनडीए बौखला गए हैं। इसलिए अब आंकड़ों का खेल खेला जा रहा है। लेकिन जनता ने इस बार स्पष्ट संदेश दे दिया है कि उन्हें झूठ नहीं, काम चाहिए।
उन्होंने बताया कि जनता ने बदलाव के लिए घर से बाहर निकलकर वोट किया है। इतने बड़े स्तर पर वोटिंग इस बात का सबूत है कि लोग बदलाव चाहते हैं। यह जनादेश तेजस्वी यादव के लिए है। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि राजद और उसके सहयोगी दल इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन करेंगे। हमें 150 से अधिक सीटें मिलने का पूरा भरोसा है। 14 नवंबर को नतीजे आएंगे और 18 नवंबर को तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।