क्या 30 अक्टूबर को एनडीए का घोषणापत्र जारी होगा?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए का घोषणापत्र 30 अक्टूबर को जारी होगा।
- यह घोषणापत्र 'विकसित बिहार' शीर्षक से पेश होगा।
- मुख्य फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि पर होगा।
- महागठबंधन भी अपने घोषणापत्र के साथ तैयार है।
- तेजस्वी यादव ने स्वरोजगार के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं।
पटना, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नीत एनडीए का घोषणापत्र 30 अक्टूबर को पेश किया जा सकता है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एनडीए राज्य में घोषणापत्र को 'विकसित बिहार' शीर्षक के अंतर्गत जारी करेगा।
एनडीए के घोषणापत्र में छात्र, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 25 अक्टूबर को खगड़िया में आयोजित रैली के दौरान इसके संकेत दिए थे।
उन्होंने कहा, "बिहार डबल इंजन से विकास के मार्ग पर अग्रसर है। एनडीए सरकार बिहार को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी स्पष्ट नीति है: स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई, समय पर दवाई, खेतों में सिंचाई और हर घर में पानी की उपलब्धता।"
अमित शाह ने कहा, "इन चार सूत्रों पर बिहार अब आगे बढ़ने की दिशा में है।"
एनडीए के घटक दलों में भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
2025 के बिहार चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन के बीच होगा। राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन में कांग्रेस, भाकपा, भाकपा-माले, माकपा और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं।
हालांकि, महागठबंधन मंगलवार की शाम को अपना घोषणापत्र जारी करेगा। तेजस्वी यादव ने पहले ही मेहनतकश जातियों के स्वरोजगार और आर्थिक उत्थान के लिए 5 वर्षों के लिए 5 लाख की एकमुश्त ब्याज रहित राशि देने की घोषणा की है।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि उनकी सरकार आने पर त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों और ग्राम कचहरी सदस्यों को पेंशन दी जाएगी। ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों का बीमा 50 लाख रुपये तक कराया जाएगा। सरकार 'जन वितरण प्रणाली' के तहत वित्तीय सहायता भी बढ़ाएगी और प्रति क्विंटल भुगतान की दर भी बढ़ाएगी।