क्या अमेरिका भारत को ब्लैकमेल कर रहा है? पवन खेड़ा का बयान

सारांश
Key Takeaways
- अमेरिका द्वारा 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाना भारत के लिए चिंता का विषय है।
- पवन खेड़ा ने इसे ब्लैकमेलिंग करार दिया है।
- भारत ने हमेशा अपनी संप्रभुता की रक्षा की है।
- यह कदम यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में उठाया गया है।
- भारत के 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा को ध्यान में रखना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत से होने वाले आयात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाने का आदेश दिया। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि हम ऐसी स्थिति में आ गए हैं कि अमेरिका हमें ब्लैकमेल कर रहा है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान हैरानी जताते हुए कहा कि हम ऐसी स्थिति में आ गए हैं कि अमेरिका हमें ब्लैकमेल कर रहा है। भारत कभी भी इस प्रकार की ब्लैकमेलिंग के आगे नहीं झुका है। इंदिरा गांधी के समय को याद करना चाहिए और प्रधानमंत्री मोदी को उससे सीख लेना चाहिए। पिछले 11 साल में पीएम मोदी ने अपनी छवि के आगे देश के हितों को कम माना है। हालांकि, हम उम्मीद करते हैं कि पीएम मोदी इस बार हिम्मत दिखाते हुए मजबूती से देश के हितों को सामने रखकर बात करेंगे।
इससे पहले व्हाइट हाउस ने कहा कि भारत से होने वाले आयात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाने का यह कदम यूक्रेन युद्ध के चलते रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को और प्रभावी बनाने की दिशा में उठाया गया है। ट्रंप ने पिछले सप्ताह भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी, जिसे अब आधिकारिक रूप से लागू किया जा रहा है।
अमेरिकी टैरिफ पर विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अमेरिका द्वारा टैरिफ लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने हाल के दिनों में रूस से भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है। हमने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है, जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि हमारे आयात मार्केट फैक्टर पर आधारित हैं और भारत के 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के समग्र उद्देश्य से किए जाते हैं।