क्या भारत को अमेरिकी टैरिफ के दबाव में झुकना चाहिए? कुमार विश्वास की प्रतिक्रिया

सारांश
Key Takeaways
- भारत को अपने किसानों की रक्षा करना आवश्यक है।
- अमेरिकी टैरिफ से व्यापार प्रभावित होगा।
- कुमार विश्वास की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है।
- सरकार को स्पष्ट नीति बनानी चाहिए।
- देश की आर्थिकी को सुदृढ़ करना प्राथमिकता है।
नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा ने सियासी हलचल को जन्म दिया है। इस विषय पर प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास ने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि भारत को अपने किसानों और पशुधन क्षेत्र की सुरक्षा के लिए किसी भी बाहरी दबाव में नहीं झुकना चाहिए।
कुमार विश्वास ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "कृषि और पशुधन को व्यापार सूची में शामिल करने का मुद्दा भारत कभी नहीं स्वीकार करेगा। यह भारत के लिए अपनी कृषि क्षमता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने का सही समय है।"
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत से होने वाले आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ और अतिरिक्त दंडात्मक शुल्क लगाने की घोषणा की है, जो 1 अगस्त से प्रभावी होगा।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रूथ सोशल' पर कहा कि यह निर्णय भारत द्वारा रूस से सैन्य उपकरण और ऊर्जा खरीदने के संदर्भ में भी लिया गया है।
उन्होंने कहा, "ध्यान रखें, भले ही भारत हमारा मित्र है, लेकिन वर्षों से हमने भारत के साथ अपेक्षाकृत कम व्यापार किया है, क्योंकि उनके टैरिफ अत्यधिक हैं।"
अमेरिका के साथ व्यापार घाटे का सामना करने का भी ट्रंप ने दावा किया।
वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भारत पर 25 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ के बाद सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा को देश का संचालन नहीं आता। इस सरकार ने देश की पूरी आर्थिकी को समाप्त कर दिया है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी अमेरिकी टैरिफ मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, "सभी ने देखा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने टैरिफ के बारे में क्या कहा। डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराया। सरकार को इस मामले में स्पष्टता देनी होगी। प्रधानमंत्री हर जगह जाकर मित्रता बनाते हैं, लेकिन हमें वही नतीजे मिलते हैं।"