क्या भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट वित्त वर्ष 2027 में 7.5 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है?

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क्या भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट वित्त वर्ष 2027 में 7.5 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है?

सारांश

क्या आप जानते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था 2027 में तेजी से बढ़ने जा रही है? जीडीपी ग्रोथ रेट 7.5 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है। जानिए इस रिपोर्ट के पीछे के कारण और अर्थव्यवस्था में संभावित सुधार के बारे में।

Key Takeaways

  • भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 2027 में 7.5 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है।
  • अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि के लिए अप्रयुक्त क्षमता का होना आवश्यक है।
  • निवेश गतिविधियों में सुधार से आर्थिक गति को मजबूती मिलेगी।
  • महंगाई दर 4 प्रतिशत के करीब रहने का अनुमान है।
  • ब्याज दरें न्यूनतम स्तर पर हैं, जो आर्थिक वृद्धि को समर्थन देंगी।

नई दिल्ली, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की अर्थव्यवस्था आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। वित्त वर्ष 2027 में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.5 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। यह जानकारी मंगलवार को प्रकाशित एक्सिस बैंक के इकोनॉमिक आउटलुक 2026 रिपोर्ट में दी गई है।

एक्सिस बैंक के प्रमुख अर्थशास्त्री और एक्सिस कैपिटल के वैश्विक अनुसंधान प्रमुख नीलकंठ मिश्रा द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था अपनी दीर्घकालिक विकास दर से भी तेज़ी से बढ़ सकती है। इसकी वजह देश की अर्थव्यवस्था में अभी भी बहुत सी अप्रयुक्त क्षमता है, जिससे आर्थिक वृद्धि को आसानी से बढ़ावा दिया जा सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अपने वैश्विक समकक्षों की तुलना में और यहां तक कि बाजार की उम्मीदों से भी अधिक तेज़ी से विकास करेगा। ऐसा सरकारी वित्त पर दबाव कम होने, कम ब्याज दरों और सहायक मौद्रिक नीति के कारण हो रहा है।

इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत में निवेश गतिविधियों में फिर से वृद्धि होने वाली है। कंपनियों के बैलेंस शीट मजबूत होने, पूंजी की लागत कम होने और उत्पादन क्षमता अधिक होने के कारण कंपनियां वित्त वर्ष 2027 में पूंजी व्यय को बढ़ा सकती हैं। यह नया निवेश चक्र आर्थिक गति को और बढ़ावा देगा।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था में उत्पादन क्षमता में वृद्धि और पूंजी निर्माण में सुधार की उम्मीद है। इन दोनों के चलते भारत का दीर्घकालिक विकास दर करीब 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष में महंगाई करीब 4 प्रतिशत रह सकती है। हालाँकि, खाद्य पदार्थों की कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन मूल्य दबाव कम रहेगा।

रिपोर्ट ने कहा कि औसत महंगाई, जो मुख्य मूल्य रुझानों को बेहतर ढंग से दर्शाती है, पिछले 18 महीनों से 3 प्रतिशत के करीब बनी हुई है। इससे यह संकेत मिलता है कि मांग का दबाव कम है और अर्थव्यवस्था बिना किसी रुकावट के तेजी से बढ़ सकती है।

अंत में, रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि मौद्रिक नीति में ब्याज दरें अब लगभग अपने न्यूनतम स्तर के करीब हैं। हालाँकि, मुद्रा आपूर्ति बढ़ सकती है, ताकि क्रेडिट फ्लो को बढ़ाया जा सके और अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिले।

Point of View

यह कहना उचित है कि भारत की अर्थव्यवस्था में वृद्धि की संभावनाएं उत्साहजनक हैं। निवेश गतिविधियों में वृद्धि और मौद्रिक नीति में सुधार से हमें उम्मीद है कि हम आने वाले वर्षों में एक मजबूत विकास दर देखेंगे। यह एक सकारात्मक संकेत है जो हमें उपभोक्ता विश्वास को बढ़ाने और आर्थिक स्थिरता की ओर ले जाएगा।
NationPress
16/12/2025

Frequently Asked Questions

भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 2027 में कितनी होगी?
भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 2027 में 7.5 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है।
भारत की अर्थव्यवस्था में वृद्धि के मुख्य कारण क्या हैं?
भारत की अर्थव्यवस्था में वृद्धि के मुख्य कारणों में कम ब्याज दरें, निवेश गतिविधियों में वृद्धि और सहायक मौद्रिक नीति शामिल हैं।
महंगाई दर 2027 में क्या होगी?
रिपोर्ट के अनुसार, महंगाई दर 2027 में करीब 4 प्रतिशत रहने की संभावना है।
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