क्या बिहार में गठबंधन टूट चुका है? आचार्य प्रमोद कृष्णम का बयान

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस और राजद का गठबंधन अब कमजोर हुआ है।
- राहुल गांधी का 'फ्रेंडली फाइट' का विचार विफल हो चुका है।
- आचार्य प्रमोद कृष्णम का मत है कि कांग्रेस राज्यों से घट रही है।
- अखिलेश यादव के बयानों पर भी आचार्य प्रमोद ने प्रतिक्रिया दी है।
- भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए सभी नेताओं को सावधान रहना चाहिए।
संभल, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में कांग्रेस के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राजद के साथ मुकाबले को 'फ्रेंडली फाइट' करार दिया है, जबकि कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि बिहार में कांग्रेस और राजद का गठबंधन अब समाप्त हो चुका है, और इसमें कोई भी फ्रेंडली पहल नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां फ्रेंडली होता है, वहां लड़ाई नहीं होती। राहुल गांधी का 'फ्रेंडली फाइट' का विचार पूरी तरह से विफल हो चुका है।
उन्होंने आगे बताया कि इसी 'फ्रेंडली फाइट' के चलते कांग्रेस एक-एक करके राज्यों से समाप्त हो रही है। उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा और दिल्ली में कांग्रेस का अस्तित्व लगभग खत्म हो चुका है। राहुल गांधी का यह कॉन्सेप्ट कांग्रेस को हर राज्य में कमजोर कर रहा है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने स्पष्ट किया कि बिहार में गठबंधन अब केवल नाम का रह गया है। इसके अनुसार, ''हकीकत यह है कि बिहार में गठबंधन टूट चुका है।''
उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि दीयों पर खर्च करने के बजाय वह पैसा गरीबों पर लगाया जाए।
आचार्य प्रमोद ने कहा कि अखिलेश यादव एक समझदार नेता हैं, लेकिन दीपावली के दिन हिंदुओं को चर्च भेजने जैसी बातें करना उनकी समझ से परे है। यदि उन्हें चर्च पर इतना ध्यान है, तो उन्हें खुद चर्च जाना चाहिए। उन्हें हिंदुओं की आस्था और भारतीय संस्कृति पर प्रहार करने का कोई अधिकार नहीं है।