क्या बिहार में चुनाव आयोग के जरिए मिनी एनआरसी लागू किया जा रहा है? : राजद विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन

सारांश
Key Takeaways
- मिनी एनआरसी लागू करने के आरोप
- वोटर लिस्ट में नाम काटने की प्रक्रिया
- निष्पक्ष चुनाव की आवश्यकता
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना
- राजद की चुनावी रणनीति
नई दिल्ली, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने बिहार की वोटर लिस्ट पुनरीक्षण प्रक्रिया का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में अधिकतर लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए जा रहे हैं, और इसे एक प्रकार से मिनी एनआरसी लागू करने के रूप में देखा जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर बिहार में निष्पक्ष चुनाव कराए गए और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कोई धांधली नहीं हुई, तो इंडिया ब्लॉक (महागठबंधन) की सरकार बनेगी और तेजस्वी यादव बिहार के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
शनिवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए राजद विधायक ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू-भाजपा ने बेईमानी से सरकार बनाई थी। इस बार यदि चुनाव निष्पक्ष हुए और ईवीएम में कोई गड़बड़ी नहीं हुई, तो हमारी सरकार बनना तय है।
मोहम्मद नेहालुद्दीन ने पीएम मोदी के नेतृत्व में 2024 के लोकसभा चुनाव का भी जिक्र किया और सवाल उठाया कि यदि उस समय चुनाव सही थे, तो विधानसभा चुनाव में वोटर पर संदेह क्यों उत्पन्न हुआ।
उन्होंने कहा कि बिहार में बहुत से लोगों के नाम वोटर लिस्ट से काटे जा रहे हैं, जिसे मिनी एनआरसी के रूप में देखा जा रहा है। आयोग द्वारा मांगे गए 11 दस्तावेजों को प्रस्तुत करना संभव नहीं है। मैं खुद नहीं दे सकता, तो बिहार की गरीब जनता कैसे देगी? यह स्पष्ट है कि भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग गरीबों, दलितों और वंचितों के वोट को लिस्ट से हटाने की साजिश कर रहा है।
राजद विधायक ने कहा कि बिहार में चुनाव आयोग के माध्यम से मिनी एनआरसी लागू किया जा रहा है। आयोग की ओर से संविधान और लोकतंत्र को खतरे में डाला जा रहा है। यह एक बड़ी साजिश है।
पीएम मोदी की मोतिहारी जनसभा पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि पिछले 11 वर्षों में किए गए वादों में से कितने पूरे हुए हैं। उन्होंने महंगाई और कानून व्यवस्था पर भी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के सहारे चल रही है। यदि दोनों ने हाथ खींचा, तो सरकार गिर जाएगी।