क्या बिहार में एनडीए की लहर एकतरफा चुनाव की ओर ले जा रही है? - रोहन गुप्ता
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए की बढ़ती लहर
- विपक्ष की कमजोर स्थिति
- बिहार में विकास की नई कहानी
- महागठबंधन की आपसी राजनीति
- भाजपा के वादों का रोडमैप
पटना, १ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव का सियासी तापमान उफान पर है। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बिहार में चुनाव अब एकतरफा होते जा रहे हैं और एनडीए के पक्ष में एक स्पष्ट लहर नजर आ रही है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि चुनाव के दूसरे चरण में मुकाबला एनडीए के पक्ष में पूरी तरह झुक जाएगा।”
रोहन गुप्ता ने महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा, “वोट चोरी का जो अभियान विपक्ष चला रहा है, उसी के कारण अब उनकी खुद की वोट चोरी हो रही है। यह चुनाव देश के इतिहास में पहला ऐसा होगा, जब विपक्षी दलों का प्रमुख मुद्दा चुनाव के दौरान ही धराशायी हो गया है।”
मोकामा में हुई हिंसा पर विपक्षी दलों के हमले का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “बिहार की जनता ने अपना निर्णय ले लिया है। वह भलीभांति जानती है कि जंगलराज किसके शासनकाल में था। पिछले 20 वर्षों में बिहार ने जो विकास किया है, वह सबके सामने है। कभी जो राज्य पिछड़ेपन का प्रतीक था, आज वह देश के विकसित राज्यों की सूची में शामिल हो चुका है।”
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेताओं ने जिस गड्ढे में बिहार को छोड़ दिया था, उसे भरने में समय लगा, लेकिन आज डबल इंजन की सरकार ने राज्य को प्रगति की राह पर ला खड़ा किया है। बिहार की जनता को एनडीए पर पूरा भरोसा है और वह इसे एक बार फिर मौका देने जा रही है।”
रोहन गुप्ता ने कहा, “क्या बिहार की जनता उन लोगों को माफ कर देगी जो सीट बंटवारे को लेकर आपस में लड़ रहे हैं? कांग्रेस और राजद की राजनीति अब आपसी समझौते और दबाव की राजनीति बन गई है। कांग्रेस पार्टी को जंगलराज का अनुभव राजद के साथ गठबंधन में ही हो गया, जब उन्हें तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने के लिए मजबूर होना पड़ा।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है। बिहार की जनता अब विकास चाहती है, न कि झूठे वादों और पुराने गठबंधनों की राजनीति।”
विपक्ष द्वारा एनडीए के संकल्प पत्र को '26 सेकेंड का फोटोसूट' बताने पर भाजपा प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कहा, “यह 26 सेकेंड की स्पष्टता थी। हम जानते हैं कि हमने क्या किया है और आगे क्या करने जा रहे हैं। हमारे वादे झूठ का पुलिंदा नहीं, बल्कि विकास का रोडमैप हैं। हमारी सरकार ने जो काम जमीन पर किए हैं, वे ही हमारे भविष्य की गारंटी हैं।”
रोहन गुप्ता ने कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारे नेता पांडवों की तरह मैदान में खड़े हैं, लेकिन महागठबंधन के संकल्प पत्र की घोषणा के समय राहुल गांधी और अन्य बड़े नेता कहां गायब थे? यह इस बात का प्रमाण है कि यह गठबंधन मजबूरी का नहीं, ठगी का मेल है। बिहार की जनता इसे पहचान चुकी है और कभी माफ नहीं करेगी।”