क्या बिहार एसआईआर मामले में पप्पू यादव का कहना है कि लोगों के अधिकारों की चोरी हो रही है?

सारांश
Key Takeaways
- लोगों के अधिकारों की चोरी का आरोप
- चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर सवाल
- राजनीतिक एकता का महत्व
- नई पीढ़ी के वोटिंग अधिकारों की सुरक्षा
- आक्रोश का राजनीतिक प्रभाव
नई दिल्ली, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। एसआईआर मुद्दे पर 'इंडिया' ब्लॉक के दल एकजुटता से नजर आ रहे हैं। वे चुनाव आयोग पर मतदाता चोरी का आरोप लगा रहे हैं। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद एवं कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने मंगलवार को सरकार पर देश की आत्मा पर हमला करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा, "लोगों के अधिकारों की चोरी करना देश की आत्मा पर हमला है। चुनाव आयोग ने इस समय में रावण को भी पीछे छोड़ दिया है। आयोग ने मतदाता चोरी करके एक व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनाया, न कि वह जनता के वोट से बने।"
उन्होंने कहा, "इतना बड़ा मुद्दा देश के सामने है, लेकिन चुनाव आयोग न डाटा, न मतदाता सूची और न ही सीसीटीवी फुटेज देता है। वह यह भी नहीं बताने को तैयार हैं कि वोटर लिस्ट से किसका नाम काटा गया? वह खुद को हिटलर और चंगेज खां से भी ऊपर समझते हैं। उनसे बेहतर हिटलर था, जो कम से कम दिख रहा था। बिहार से ही हमने देश की रक्षा करने को ठान लिया है।"
पूर्णिया सांसद ने कहा, "आने वाले नए वोटर के अधिकार को छीनकर मतदाता चोरी कर दी गई। नई पीढ़ी को वोट डालने का मौका ही नहीं मिला, जिसको लेकर पूरे देश में आक्रोश है। राहुल गांधी इस आक्रोश की आवाज बन रहे हैं और उनके साथ 'इंडिया' ब्लॉक के नेता भी संघर्ष का रास्ता चुन रहे हैं।"
एसआईआर मुद्दे पर सोमवार रात 'इंडिया' ब्लॉक के सांसदों की बैठक पर उन्होंने कहा, "प्रदर्शन में कोई पार्टी नहीं बल्कि सभी के इमोशन दिख रहे थे। पूरा गठबंधन और 300 सांसद चट्टानी एकता के साथ देश की रक्षा के लिए निकले। पारिवारिक माहौल में सभी एक साथ थे। सभी ने एकजुट होकर प्रदर्शन की बातें की। प्रदर्शन के दौरान हमें धक्का दिया गया, लाठियां चलाई गई, हमने उस पर हमने बात की।"