क्या भाजपा मराठी वर्सेज गैर-मराठी विवाद को बढ़ावा दे रही है? : रोहित पवार

सारांश
Key Takeaways
- हिंदी भाषा विवाद महाराष्ट्र में बढ़ता जा रहा है।
- रोहित पवार ने भाजपा पर मराठी वर्सेज गैर-मराठी विवाद को बढ़ाने का आरोप लगाया है।
- सभी नागरिकों को एकजुटता का प्रदर्शन करना चाहिए।
- हनी ट्रैप के प्रति जागरूक रहना आवश्यक है।
मुंबई, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में हिंदी भाषा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में विक्रोली में एक दुकानदार ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर मराठी के खिलाफ एक टिप्पणी की, जिसके परिणामस्वरूप मनसे के कार्यकर्ताओं ने दुकानदार पर हमला किया। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए एनसीपी (एसपी) के नेता रोहित पवार ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि मराठी वर्सेज गैर-मराठी का मामला और बढ़े।
रोहित पवार ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि किसी को भी किसी पर हमला करने या उसके घर में तोड़फोड़ करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने महाराष्ट्र या मुंबई में रहने वाले सभी नागरिकों से अपील की कि वे मराठी के खिलाफ कोई भी बयान न दें। चाहे वे मराठी हों या गैर-मराठी, यह शहर सभी के योगदान से विकसित हुआ है। इसी सामूहिकता के कारण मुंबई विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। इसलिए, यहां रहते हुए, किसी को भी मराठी के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को ऐसे मामलों में उचित कार्रवाई करनी चाहिए। भाजपा की मंशा पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा जानबूझकर मराठी वर्सेज गैर-मराठी विवाद को बढ़ावा देना चाहती है। साथ ही, उन्होंने मनसे कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि वे भाजपा की मदद न करें।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के त्रिभाषा नीति को फिर से लाने की बात पर रोहित पवार ने कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी है। इस नीति के तहत सरकार ने अपने फैसले से पीछे हट गई है। इस प्रकार, हिंदी भाषी लोग भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि मराठी लोग भाजपा के साथ नहीं हैं। बिहार में भी चर्चा है कि महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद हिंदी का जीआर रद्द कर दिया गया, जिसका चुनावों पर प्रभाव पड़ेगा।
हनी ट्रैप मामले पर रोहित पवार ने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता है। लोगों को भी हनी ट्रैप के प्रति जागरूक और सक्रिय रहना चाहिए। हनी ट्रैप का रैकेट बहुत बड़ा होता है और यह बेहद गलत है। किसी भी अधिकारी, नेता या मंत्री की वीडियो और फोटो का इस्तेमाल कर ब्लैकमेल करना उचित नहीं है।