क्या चुनाव आयोग भाजपा के प्रवक्ता की तरह काम कर रहा है? : पप्पू यादव

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग पर भाजपा का प्रवक्ता बनने का आरोप।
- 'वोटर अधिकार यात्रा' का महत्व।
- राहुल गांधी की यात्राएं राजनीति से प्रेरित नहीं हैं।
- पप्पू यादव का आयोग के खिलाफ तीखा बयान।
- गरीबों की आवाज़ उठाने का महत्व।
नई दिल्ली, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने 'वोट चोरी' के आरोपों के संदर्भ में हलफनामा देने या देश से माफी मांगने की बात कही थी। पप्पू यादव ने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा की भाषा में बात कर रहा है, ऐसा लगता है कि आयोग भाजपा का महाप्रवक्ता बन गया है।
राहुल गांधी 'वोट चोरी' के मुद्दे पर बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाल रहे हैं। इंडिया ब्लॉक का दावा है कि यह यात्रा राजनीति से प्रेरित नहीं है, बल्कि लोगों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए है।
राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि आयोग गुंडई जैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहा है और भाजपा के प्रवक्ता की तरह बर्ताव कर रहा है। आयोग कैसे कह सकता है कि राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए? मैं राष्ट्रपति से मांग करता हूँ कि आयोग के वर्तमान अधिकारियों को हटाया जाए।
राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' की सराहना करते हुए उन्होंने इसे देश की स्वाभाविक और सरल आवाज बताया है। पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी की यात्राएं, जैसे 'भारत जोड़ो यात्रा' या वर्तमान 'वोटर अधिकार यात्रा', राजनीति से प्रेरित नहीं हैं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा के लिए हैं। यह यात्रा बिहार और पूरे देश की जनता, विशेषकर अगली पीढ़ी के मताधिकार को बचाने के लिए है और यह देशभर में मतदाता सूची से नाम हटाए जाने के खिलाफ लोगों के आक्रोश को दर्शाती है।
इंडिया ब्लॉक द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा पर उन्होंने कहा कि पूर्व जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी निष्पक्ष और बेहद सक्षम हैं। वह देश के गरीबों की आवाज रहे हैं। इस पद पर रहते हुए वह किसी पार्टी के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए काम करेंगे। इंडिया ब्लॉक ने ऐसे जज को नामांकित करके सही कदम उठाया है और मुझे उम्मीद है कि चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार जैसे नेता उनके साथ खड़े होंगे।