क्या कांग्रेस बिहार चुनाव हारने के डर से चुनाव आयोग पर सवाल उठा रही है? : जोगाराम पटेल

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
- जोगाराम पटेल का कहना है कि कांग्रेस हारने के डर से आरोप लगा रही है।
- चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है जो संविधान के अनुसार कार्य करती है।
- अशोक गहलोत की स्थिति पार्टी में कमजोर हो रही है।
- पेपर लीक मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
जोधपुर, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इस पर राजस्थान के कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा नेता जोगाराम पटेल ने रविवार को विपक्ष पर हमला बोला।
कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने जोधपुर के सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी को यह अहसास हो गया है कि वे बिहार चुनाव में हारने वाले हैं, इसलिए वे चुनाव आयोग पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "जहां कांग्रेस चुनाव जीतती है, वहां न तो ईवीएम पर आरोप लगाती है और न ही चुनाव आयोग पर। लेकिन जब उनकी हार होती है, तो कांग्रेस चुनाव आयोग पर हार का ठीकरा फोड़ने का काम करती है। चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है जो संविधान के अनुसार कार्य करती है।"
जोगाराम पटेल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधते हुए कहा, "वह अपनी पार्टी से दूर हो गए हैं, इसलिए वह सुर्खियों में रहना चाहते हैं। उन्हें अपनी पार्टी की मीटिंग में बुलाया नहीं जाता। हाल ही में हुए एक छात्र संगठन के प्रदर्शन में भी उन्हें नहीं बुलाया गया। अब गहलोत केवल सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरना चाहते हैं और एक ही परिवार के लिए बयान देते रहते हैं।"
पेपर लीक मामले में गहलोत के पीएसओ की गिरफ्तारी पर जोगाराम पटेल ने कहा, "हमारी सरकार का पहला संकल्प था चुनाव के बाद एसआईटी का गठन करना। सरकार बनते ही हमने एसआईटी का गठन किया और जो-जो पेपर लीक में शामिल थे, उन्हें पकड़ा जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री के पीएसओ का पेपर लीक से जुड़ना बहुत ही शर्मनाक है। मैं गहलोत से कहूंगा कि वह इस मामले में अपना स्पष्टीकरण दें।"