क्या कांग्रेस देश और प्रदेश को बदनाम करने की पाठशाला है? : ज्योतिरादित्य सिंधिया

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस पर गंभीर आरोप
- राजनीतिक मूल्यों की आवश्यकता
- सुशासन की स्थिति
- गलत उदाहरण पेश करने का आरोप
- राजनीति में नैतिकता का महत्व
गुना, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ मामले दर्ज होने पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि कांग्रेस एक ऐसी पाठशाला है, जहां देश और प्रदेश को बदनाम करने की शिक्षा दी जाती है।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जिस पार्टी का केवल एक सिद्धांत हो - झूठ बोलना, और देश के खिलाफ हमेशा टिप्पणी करना, उससे और क्या अपेक्षा की जा सकती है। राज्य में कुशासन से सुशासन की सरकार बनी है, और अब उस सुशासन की सरकार को नीचे दिखाने का प्रयास किया जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी पर आरोप है कि उन्होंने प्रलोभन देकर मुंगावली के एक व्यक्ति से गलत बयान दिलवाया है। इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा रिश्वत देकर बयान दिलवाना एक घिनौनी हरकत है। उन्होंने अपने पद और कुर्सी का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि राजनीति में मूल्य और सिद्धांत होने चाहिए। लेकिन यदि किसी राजनीतिक दल का नेता इस तरह का कार्य करे, तो उसकी क्या सराहना की जा सकती है। वे अपने कार्यकर्ताओं के सामने एक गलत उदाहरण पेश कर रहे हैं। उन्हें देश और प्रदेश के विकास की चिंता नहीं है, बल्कि वे क्षेत्र, प्रदेश और देश को बदनाम करने में लगे हैं। यही कांग्रेस की असल पाठशाला है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पटवारी के खिलाफ अशोकनगर के मुंगावली थाना क्षेत्र में मामला दर्ज किया गया है। पटवारी पर आरोप है कि उन्होंने एक व्यक्ति को प्रलोभन देकर समाज-विरोधी बयान दिलवाया था। जिस व्यक्ति ने मानव मल खिलाने का आरोप लगाया था, वही प्रशासन के पास शपथ पत्र लेकर पहुंचा और उसने स्पष्ट किया कि पटवारी ने उससे यह बयान दिलवाया था, जबकि उसके साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई।