क्या कांग्रेस को माफी नहीं मिल सकती? जदयू ने नितिन गडकरी के बयान का समर्थन किया
सारांश
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस पर हिंदू-मुस्लिम विवाद का आरोप लगाया है, जिसे जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने समर्थन दिया है। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद के अनुसार, कांग्रेस को इसके लिए माफी नहीं मिल सकती। यह मुद्दा राजनीतिक ध्रुवीकरण और सांप्रदायिक दंगों से भी जोड़ा गया है।
Key Takeaways
- नितिन गडकरी का बयान कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाता है।
- जदयू ने इस बयान का समर्थन किया है।
- कांग्रेस के शासनकाल में सांप्रदायिक दंगे बढ़े हैं।
- राजीव रंजन प्रसाद ने कांग्रेस के दोहरे मापदंड की आलोचना की।
- प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर कांग्रेस के अंदर की स्थिति पर सवाल उठाए गए हैं।
पटना, २४ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश में हिंदू-मुस्लिम विवाद के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। गडकरी के इस बयान का जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने भी समर्थन किया है और कहा कि इसके लिए कांग्रेस को बिल्कुल माफी नहीं मिल सकती है।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "देश ने कांग्रेस के विभाजन की विभीषिकी झेली है। देश को आजादी दिलाने में कांग्रेस ने अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन कहीं न कहीं वो धीरे-धीरे वोट की राजनीति के लिए संप्रदायों के ध्रुवीकरण की दिशा में उन्होंने कई फैसले लिए, जिसके कारण देश में असंतोष बढ़ा।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में सर्वाधिक सांप्रदायिक दंगे हुए। मेरठ और मलिहाबाद से लेकर भिवंडी तक के दंगे हुए। इस दौरान हिंदू और मुसलमानों के बीच दूरियां बढ़ती चली गईं।
राजीव रंजन ने कहा, "कांग्रेस आज कितनी भी धर्मनिरपेक्षता की दुहाई दे, लेकिन केरल में पार्टी के दोहरे मापदंड को देखा जा सकता है। इससे साफ है कि कांग्रेस ने देश के ताने-बाने को नुकसान पहुंचाया। यह अक्षम्य अपराध है और इसके लिए कांग्रेस को बिल्कुल माफी नहीं मिल सकती है।"
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने मुंबई में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और राज ठाकरे की पार्टी मनसे के बीच गठबंधन पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति को जनादेश मिला। यह जीत महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत जैसी है। विधानसभा चुनाव के बाद ग्रामीण और कस्बा इलाकों के मतदाताओं ने एक बार फिर महायुति का समर्थन किया। इसका असर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव में भी देखा जाएगा, जहां महायुति की जोरदार जीत होगी।"
प्रियंका गांधी वाड्रा को पीएम का चेहरा बताने वाले कांग्रेस नेताओं के बयान पर राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, "देश में कोई भी किसी भी पद पर पहुंच सकता है, लेकिन असली मुद्दा कांग्रेस के अंदर का झगड़ा है।"
उन्होंने कहा, "अब यह साफ हो गया है कि राहुल गांधी की स्वीकार्यता नहीं है, इसलिए प्रियंका गांधी वाड्रा की बात उठी है। रॉबर्ट वाड्रा ने भी प्रियंका गांधी वाड्रा का जिक्र किया। उन्होंने प्रत्यक्ष तौर पर राहुल गांधी के ऊपर सवाल खड़े किए।"
राजीव रंजन ने कहा कि जिस तरह से लोग कहते हैं कि कांग्रेस की दुर्दशा के लिए राहुल गांधी जिम्मेदार हैं, इस पर रॉबर्ट वाड्रा ने मुहर लगाने का काम किया है।