क्या कांग्रेस अपनी कब्र खुद खो चुकी है? ओपी राजभर का जवाब
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की राजनीतिक स्थिति चिंताजनक है।
- ओमप्रकाश राजभर ने नरेंद्र मोदी के प्रति अभद्र टिप्पणियों की निंदा की।
- राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर भी सवाल उठाए गए।
- कांग्रेस को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।
- जनता कांग्रेस की नीयत को पहचान चुकी है।
मुरादाबाद, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस द्वारा आयोजित 'वोट चोरी' के खिलाफ महारैली से पहले कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अभद्र टिप्पणियाँ की। इस पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
राजभर ने कहा कि कांग्रेस ने अब अपनी ही कब्र खोद ली है, वह किसी और की कब्र क्या खोदेगी। इस तरह की सोच और भाषा उचित नहीं है।
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि रैली से पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियां निंदनीय हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस का पुराना रवैया है। कांग्रेस ने कभी मोदी की माता के लिए भी अपमानजनक भाषा का उपयोग किया है। इससे पहले, कांग्रेसियों ने देश की महिलाओं को भी अपमानित किया है। उन्होंने इसे कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति बताया।
कांग्रेस के नेतृत्व पर निशाना साधते हुए राजभर ने कहा कि जब भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश जाते हैं, तो वे भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कटघरे में खड़ा करते हैं। अब राहुल गांधी की बातों का देश में कोई महत्व नहीं रह गया है और जनता कांग्रेस की नीयत और नीति को समझ चुकी है।
कांग्रेस की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर टिप्पणी करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के केवल दो और बिहार में पार्टी के सिर्फ छह विधायक हैं। उन्होंने कांग्रेस को सलाह दी कि वह अपने आप से पूछे कि उनकी यह स्थिति क्यों है।
समाजवादी पार्टी और विपक्ष के विरोध पर भी राजभर ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल सड़कों पर बयानबाजी कर रहा है, जबकि अंदरखाने सभी अपने-अपने बूथ और फॉर्म भरने में लगे हुए हैं। राजभर ने दावा किया कि जनता सब देख रही है और आने वाले समय में विपक्ष को इसका जवाब मिलेगा।