क्या धीरेंद्र शास्त्री सामाजिक चेतना को जगाने का कार्य कर रहे हैं?: रामेश्वर शर्मा

सारांश
Key Takeaways
- धीरेंद्र शास्त्री का सामाजिक जागरूकता में योगदान महत्वपूर्ण है।
- गौ-माता की देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है।
- समाज में सनातन धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
- सरकार के प्रयासों के साथ-साथ व्यक्तिगत सहभागिता भी जरूरी है।
- सभी को गौ-माता का सम्मान करना चाहिए।
भोपाल, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री द्वारा गोशाला बनाने की पहल का भाजपा नेता रामेश्वर शर्मा ने स्वागत किया।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इस प्रकार धीरेंद्र शास्त्री लोगों के बीच सामाजिक चेतना को जागृत करने का प्रयास कर रहे हैं। वे समाज को सनातन धर्म के प्रति जागरूक कर रहे हैं। वर्तमान में, हम अपने सनातन धर्म के सिद्धांतों के प्रति पूरी तरह से उदासीन हो चुके हैं। ऐसे में, यदि धीरेंद्र शास्त्री इस दिशा में लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं, तो हमें उनका स्वागत करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि जिस प्रकार हम अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करते हैं, उसी तरह हमें गौ-माता की भी देखभाल करनी चाहिए। हमें व्यक्तिगत तौर पर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। यदि उन्हें कोई परेशानी होती है, तो उसका समाधान तुरंत करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि इस धरती पर कान्हा का जन्म हुआ है, तो वह गौ-माता के आह्वान पर ही हुआ है। कान्हा ने जिस गौ-माता के साथ 12 वर्ष बिताए, उनके साथ सभी लीलाएं कीं, तो यह हमारा मौलिक कर्तव्य है कि हम उनकी चिंता करें।
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने हिंदुस्तान के लोगों से अपील की कि वे गौ-माता का सम्मान करें और सुनिश्चित करें कि उन्हें किसी भी तरह की कठिनाई न हो। यह दुखद है कि आज बड़ी संख्या में गौ-माता दुर्दशा में हैं। सभी को मिलकर उनके समस्याओं पर विचार करना चाहिए।
भाजपा विधायक ने सुझाव दिया कि यदि संभव हो, तो लोग गौ-माता को अपने घरों में रखें और यह सुनिश्चित करें कि उन्हें कोई दिक्कत न हो। सरकार द्वारा गौशालाएं चलाई जा रही हैं, परंतु यह पर्याप्त नहीं है। आम लोगों को भी इस दिशा में आगे आना होगा। यदि लोग ऐसा करेंगे, तो उन्हें गौ-माता का आशीर्वाद मिलेगा और उनके जीवन में सुख और समृद्धि आएगी।