क्या डबल इंजन सरकार बिहार को विकसित राज्य बनाएगी: केशव प्रसाद मौर्य?
सारांश
क्या बिहार की डबल इंजन सरकार सच में राज्य को विकसित बना पाएगी? उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बिहार में नीतीश कुमार की 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर ये बयान दिया है।
Key Takeaways
- डबल इंजन सरकार बिहार के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में बनी सरकार विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी।
- राजद और कांग्रेस पार्टी बिहार के विकास में बाधक नहीं बन पाएंगी।
पटना, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस ऐतिहासिक अवसर पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार बिहार को एक विकसित राज्य बनाने की दिशा में कार्य करेगी।
मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में बनी यह सरकार बिहार को विकास की नई ऊँचाइयों पर पहुँचाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि डबल इंजन की सरकार के नेतृत्व में बिहार तेजी से विकसित राज्य बनने की ओर अग्रसर होगा।
मौर्य ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजद और कांग्रेस पार्टी बिहार के विकास में बाधा नहीं डाल पाएंगी। जनता ने विकास को चुना है और यही एनडीए की ताकत है। उन्होंने महागठबंधन के आरोपों पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें एनडीए की जीत को एसआईआर से जोड़ा गया। मौर्य ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में जनता ने महागठबंधन को सख्त सबक सिखाया है।
उन्होंने दावा किया कि चुनावों में जनता का स्पष्ट संदेश है कि विपक्ष के भ्रम फैलाने वाले आरोपों का कोई असर नहीं हुआ। आगामी पश्चिम बंगाल चुनावों पर उन्होंने कहा कि वहां भी कमल का फूल खिलेगा और सुशासन स्थापित होगा। भाजपा पश्चिम बंगाल में भी मजबूत विकल्प बनेगी।
मौर्य ने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख की आलोचना की। अयोध्या में सपा की जीत को लेकर अखिलेश यादव द्वारा दिए गए बयानों पर उन्होंने कहा कि मगध हम जीत चुके हैं और अवध 2027 में जीतेंगे।
उन्होंने कहा कि चाहे सपा और कांग्रेस गठबंधन बनाए रखें या तोड़ लें, बिहार में जो दुर्गति हुई है उससे भी बुरा उनके साथ होने वाला है।
उन्होंने कहा कि एसआईआर लोकतंत्र में महायज्ञ जैसा है, जिसमें सभी राजनीतिक पार्टियों को भाग लेना चाहिए। इसका विरोध करने वाले लोकतंत्र और भारत विरोधी हैं।