क्या हम घुसपैठियों को देश से बाहर निकाल पाएंगे? : प्रतुल शाहदेव

सारांश
Key Takeaways
- घुसपैठियों का मुद्दा भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है।
- अवैध प्रवासी देश की संपत्ति पर दावा करते हैं।
- कांग्रेस ने घुसपैठियों को वोटर कार्ड दिए।
- सभी दलों को एकजुट होना चाहिए।
- नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ना एक बड़ा संकेत है।
रांची, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के घुसपैठियों के संबंध में दिए गए बयान के बाद राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव ने उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा कि हम घुसपैठियों को देश से बाहर निकालकर रहेंगे।
राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए उन्होंने अवैध प्रवासियों को देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि यह मुद्दा हमेशा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एजेंडे में प्रमुख रहा है। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासी देश की संपत्ति पर जबरन दावा करते हैं और स्थानीय लोगों के हितों को प्रभावित करते हैं। बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में यहां के लोगों के लिए बनाई गई कल्याणकारी योजनाएं, छात्रवृत्तियां और अन्य लाभ हड़प लिए जाते हैं। इससे जनसांख्यिकी भी बदल रही है।
शाहदेव ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद 50 से अधिक वर्षों तक शासन किया और रोहिंग्या व बांग्लादेशी घुसपैठियों को न केवल आधार कार्ड, बल्कि वोटर कार्ड भी उपलब्ध कराए। तुष्टिकरण की नीति के तहत इन्हें वोट बैंक बनाया गया।
उन्होंने इंडी गठबंधन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब भी भाजपा या अन्य दल घुसपैठियों को हटाने की बात करते हैं, इंडी गठबंधन उनके पक्ष में खड़ा हो जाता है। लेकिन चाहे कोई कुछ भी कहे, हम घुसपैठियों को देश से बाहर निकालकर रहेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मतदाता सूची और एसआईआर को लेकर दिए बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को हटाने के लिए सभी दलों को एकजुट होना चाहिए।
एसआईआर एक सतत प्रक्रिया है, जो आजादी के बाद कई बार चली है। 2003 में भी कांग्रेस के शासनकाल में यह प्रक्रिया चली थी। इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर शाहदेव ने स्पष्ट किया कि यह सही है कि विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का चेहरा तय होगा, लेकिन बिहार में हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। यह अपने आप में बड़ा संकेत है। अमित शाह ने हमेशा कहा है कि नीतीश कुमार ही नेतृत्व कर रहे हैं।