क्या हस्ताक्षर अभियान में करोड़ों लोगों का साथ मिलेगा? : पवन बंसल

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का वोटर अधिकारों के प्रति समर्पण।
- कांग्रेस का हस्ताक्षर अभियान देशभर में जनसमर्थन के लिए।
- पंजाब में बाढ़ राहत के लिए विशेष पैकेज की आवश्यकता।
- भारत-पाक क्रिकेट मैच पर पवन बंसल की आलोचना।
- लोगों से अपील कि वे अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करें।
चंडीगढ़, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। वोटर अधिकार यात्रा के सफल समापन के बाद, कांग्रेस अब देशभर में हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत कर रही है। कांग्रेस नेता पवन बंसल ने इस अभियान के बारे में बताया कि उन्हें उम्मीद है कि देश के सभी लोग इसमें जनसमर्थन देंगे।
राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए उन्होंने राहुल गांधी की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने वोटर अधिकार यात्रा के माध्यम से लोगों की आवाज को मजबूती दी है। इस यात्रा ने वोटरों के अधिकारों को उजागर किया और वोट चोरी के तरीकों को स्पष्ट किया, जिससे सरकार और चुनाव आयोग को बैकफुट पर आना पड़ा। इसलिए यह नई मुहिम (हस्ताक्षर अभियान) आवश्यक है, जिसमें करोड़ों लोगों को भाग लेना चाहिए।
उन्होंने सभी से अपील की है कि वे हस्ताक्षर अभियान में भाग लें ताकि लोगों के संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा की जा सके।
राहुल गांधी के पंजाब दौरे पर उन्होंने कहा कि राहुल हर समय लोगों के बीच रहते हैं। वोटर अधिकार यात्रा के दौरान वे लोगों से मिलने के लिए उनके घरों तक पहुंचे। पंजाब में हाल ही में विनाशकारी बाढ़ आई है। राहुल गांधी पंजाब का दौरा करेंगे और इसके बाद वे संसद में सरकार पर दबाव डालेंगे ताकि पंजाब के हित में बेहतर मुआवजे की मांग की जा सके।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने पंजाब के लिए अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई है। बाढ़ में गांवों का नुकसान हुआ है, फसलों की बर्बादी हुई है, और आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ है। इसके लिए पंजाब को एक विशेष पैकेज मिलना चाहिए ताकि वह फिर से खड़ा हो सके।
भारत-पाक मैच पर उन्होंने कहा कि कुछ महीनों पहले पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने हमारे निर्दोष नागरिकों की हत्या की। ऑपरेशन सिंदूर किया गया था। पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। सरकार ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है, तो क्या हमें पाकिस्तान के साथ मैच खेलना आवश्यक था? उन्होंने सरकार की आलोचना की कि सेना के साथ खड़े होने के बजाय क्रिकेट मैच खेला गया, जबकि सेना की राय लेनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि यदि भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया, तो फिर खेलने की क्या आवश्यकता थी? जब तक पाकिस्तान सही रास्ते पर नहीं आता, तब तक उसके साथ मैच खेलना उचित नहीं है।