क्या पश्चिम बंगाल में हुमायूं कबीर का निलंबन 'ड्रामा' है? - जगन्नाथ सरकार
सारांश
Key Takeaways
- हुमायूं कबीर का निलंबन स्थानीय राजनीति में विवाद का कारण बना है।
- जगन्नाथ सरकार ने इसे ड्रामा करार दिया है।
- यह निलंबन मुस्लिम समुदाय को साधने के उद्देश्य से किया गया है।
- ममता बनर्जी पर राजनीतिक आरोप लग रहे हैं।
दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जगन्नाथ सरकार ने तृणमूल कांग्रेस द्वारा हुमायूं कबीर के निलंबन को 'ड्रामा' करार दिया है। भाजपा सांसद का यह भी कहना है कि ममता बनर्जी ने हुमायूं कबीर को मुर्शिदाबाद और मालदा में मुस्लिम समुदाय को साधने के लिए भेजा है।
जगन्नाथ सरकार ने शुक्रवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "हुमायूं कबीर का निलंबन ड्रामा है। यह ममता बनर्जी का नया ड्रामा है।"
उन्होंने आगे कहा कि मुर्शिदाबाद और मालदा जैसे मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में ममता बनर्जी के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है। ताकि कोई दूसरी पार्टी इन क्षेत्रों में सफल न हो सके, ममता बनर्जी ने हुमायूं कबीर को वहां भेजा है। वे बाबरी मस्जिद के मुद्दे को उठाकर मुसलमानों को एकजुट कर नई पार्टी बनाने की योजना बना रहे हैं।
भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि केवल हुमायूं कबीर को निलंबित किया गया है, जबकि ममता बनर्जी को कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम और मंत्री सिद्दीकुल्ला को भी निलंबित करना चाहिए।
उन्होंने मेयर फिरहाद हकीम के विवादास्पद बयानों का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था, "भविष्य में केवल कोलकाता ही नहीं, बल्कि बंगाल की आधी जनसंख्या उर्दू बोलेगी।" इसके साथ ही हिंदुओं के खिलाफ सिद्दीकुल्ला के बयानों का भी जिक्र किया।
असल में, हुमायूं कबीर पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मुर्शिदाबाद में 'बाबरी मस्जिद' बनाने की घोषणा के कारण विवादों में आए, हालांकि तृणमूल कांग्रेस से निकाले जाने के तुरंत बाद उन्होंने अपनी पार्टी बनाने की घोषणा की।
सांसद जगन्नाथ सरकार ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर भी विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "रूस हमारा पुराना दोस्त है। वह आज भी हमारा दोस्त है और भविष्य में भी रहेगा। हम किसी से भी दोस्ती नहीं तोड़ते।"
उन्होंने यह भी कहा कि कई शक्तिशाली देश भारत के दोस्त बने हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में 'मनुष्य समाज के लिए मंगलकामना' ही हमारा लक्ष्य है। जगन्नाथ सरकार ने यह भी कहा कि भविष्य में विश्व भारत के नेतृत्व से चलेगा।