क्या 'इंडी' गठबंधन तुष्टिकरण की राजनीति कर रहा है? : गौरव वल्लभ

सारांश
Key Takeaways
- कांवड़ यात्रा पर राजनीतिक चर्चाएं हो रही हैं।
- तुष्टिकरण की राजनीति देश की प्रगति में बाधा है।
- भाजपा नेता ने विपक्ष की नीतियों पर प्रश्न उठाए हैं।
- बिहार और उत्तर प्रदेश में सुशासन की आवश्यकता है।
- आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगे हैं।
नई दिल्ली, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। कुछ राज्यों ने यात्रा के दौरान सभी दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है, जिसके चलते सियासत गर्मा गई है। विपक्षी दलों का सवाल है कि क्या अब सभी दुकानदारों को अपनी पहचान बतानी होगी। इस संदर्भ में भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि 'इंडी' गठबंधन तुष्टिकरण की राजनीति कर रहा है।
गौरव वल्लभ ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "'इंडी' गठबंधन में शामिल सभी दलों का दृष्टिकोण समान है। ये सभी तुष्टिकरण की राजनीति में लिप्त हैं। लेकिन देश अब विभाजन और तुष्टिकरण की राजनीति से आगे बढ़ चुका है। यह अब प्रदर्शन की राजनीति की ओर बढ़ रहा है।"
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 10 वर्षों में जो कार्य हुए हैं, उनके बारे में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चर्चा क्यों नहीं करते? केवल तुष्टिकरण से उत्तर प्रदेश आगे नहीं बढ़ सकता। 'इंडिया' ब्लॉक के नेताओं के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि पिछले 10 वर्षों में कितना निवेश आया, कितने रोजगार का सृजन हुआ, और कितने बंद कारखाने पुनः खोले गए। उनके 10 वर्षों के कार्यकाल की तुलना भाजपा सरकार से होनी चाहिए।
बिहार चुनाव में चंद्रशेखर और ओवैसी के एक साथ आने के सवाल पर गौरव वल्लभ ने कहा, "बिहार और उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों का एजेंडा एक ही है - तुष्टिकरण की राजनीति। लेकिन बिहार के लोगों ने 10 वर्षों का सुशासन देखा है। वे जंगल राज की ओर क्यों लौटेंगे? वे भ्रष्टाचार, चारा घोटाला या नौकरी के लिए भूमि घोटाले की ओर क्यों लौटेंगे? बिहार के लोग सुशासन को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और डबल इंजन वाली सरकार के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। 2047 में विकसित भारत तभी बनेगा जब बिहार विकसित होगा। आने वाले समय में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी और सुशासन का एजेंडा आगे बढ़ाएगी।"
अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि भाजपा और कांग्रेस का रिश्ता "प्रेमी-प्रेमिका" जैसा है, समाज उनकी शादी को स्वीकार नहीं करेगा। इस पर गौरव वल्लभ ने टिप्पणी की कि यह एक पूर्व मुख्यमंत्री की भाषा है। उन्होंने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वही व्यक्ति है, जिसने दिल्ली की जनता का पैसा बड़े-बड़े पर्दे और टॉयलेट लगाने में खर्च किया है। जनता का हक छीना, उन्हें मकान देने के बजाय खुद के लिए 'शीशमहल' बनवाया है। आम आदमी पार्टी अब दारू प्रेमी पार्टी बन चुकी है। यदि मैं केजरीवाल की भाषा में जवाब दूं तो यह अच्छा नहीं होगा।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर पहले आरोप लगाया और अब बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण का विरोध कर रहे हैं। इस पर भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने राहुल से सवाल पूछते हुए कहा, "विदेशी लोग भारत में गलत तरीके से आए हैं, ऐसे में बिहार के लोगों का हक उन विदेशी लोगों को क्यों देना चाहते हैं राहुल गांधी?"