क्या मंत्री इरफान अंसारी को अपने बेटे को संस्कार देने की आवश्यकता है?

सारांश
Key Takeaways
- इरफान अंसारी विवादों में फंसे हुए हैं।
- सीपी सिंह ने दुरुपयोग के आरोप लगाए हैं।
- राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है।
- संस्कार देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
- राहुल गांधी और शशि थरूर पर टिप्पणी की गई है।
रांची, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी राजनीति के विवादों में फंसे हुए प्रतीत हो रहे हैं। हाल ही में उनके बेटे का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह अस्पताल का निरीक्षण करते दिख रहे हैं। इस पर भाजपा विधायक सीपी सिंह ने आरोप लगाया कि इरफान अंसारी के बेटे ने अपने पिता के पद का दुरुपयोग किया है। उन्होंने कहा कि इरफान को अपने बेटे को संस्कार देने की आवश्यकता है।
सीपी सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी के पारिवारिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करती है, यह उसकी नीति नहीं है। लेकिन जब कोई मंत्री या विधायक का बेटा अपने पिता के पद का दुरुपयोग करता है, तो यह एक गंभीर मुद्दा है। इरफान अंसारी को अपने बेटे को संस्कार प्रदान करने की आवश्यकता है।
उन्होंने सवाल उठाया कि इरफान अंसारी का क्या संस्कार है? क्या उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि ऐसा है जो बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव डाले? इसलिए मैं यह कहूँगा कि आप मंत्री हैं, आपका बेटा नहीं है। वह कोई अधिकारी भी नहीं है। इसलिए अपने परिवार को संभालें और उन्हें संस्कार दें।
सीपी सिंह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी देश के खिलाफ बोलते हैं। जब वे विदेश जाते हैं, तो देश के खिलाफ बयान देते हैं और भारत में रहते हुए भी ऐसा ही करते हैं। चाहे उनकी माताजी हों या बहन, ये सभी बयानबाजी में माहिर हैं। मानसून सत्र शुरू हो चुका है, इस विषय को सत्र में लाना चाहिए, ताकि सरकार जवाब दे सके और सही स्थिति का पता चल सके। ऐसे राष्ट्र विरोधी तत्वों पर सरकार को नियंत्रण रखना चाहिए।
सीपी सिंह ने शशि थरूर पर कांग्रेस के रुख पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो लोग राष्ट्रीयता की भावना रखते हैं, उन्हें कांग्रेस बायकॉट करती है। हर किसी का संस्कार और स्वाभिमान होता है, और राष्ट्र से बड़ा कुछ भी नहीं है। शशि थरूर ने राष्ट्रहित में विदेश जाकर देश का मान बढ़ाया है।