क्या जगदीप धनखड़ का कानूनी ज्ञान उन्हें खास बनाता है? : पूर्व सांसद अमर साबले

सारांश
Key Takeaways
- जगदीप धनखड़ का कानूनी ज्ञान उन्हें प्रभावशाली बनाता है।
- वे सदन की कार्यवाही को सुचारू रखते थे।
- इस्तीफे को स्वास्थ्य कारणों से लिया गया है।
- सामाजिक समर्पण उनके नेतृत्व का हिस्सा है।
- देश को उनकी सेवाओं की आवश्यकता है।
मुंबई, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व राज्यसभा सांसद अमर साबले ने जगदीप धनखड़ की कार्यशैली और उनके इस्तीफे पर अपनी राय साझा की। उन्होंने बताया कि जगदीप धनखड़ का कानूनी ज्ञान और व्यक्तिगत स्वभाव उन्हें अत्यधिक प्रभावशाली बनाता है।
उन्होंने कहा, "मैंने धनखड़ जी को नजदीक से देखा है। राज्यसभा का संचालन करते समय उन्होंने हमेशा नियमों और संविधान का पालन किया। उन्हें नियम पुस्तिका या संविधान देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती थी, क्योंकि उनका कानूनी ज्ञान बहुत गहरा है।"
साबले ने कहा, "उन्होंने सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच संतुलन बनाए रखा और सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाया। उनकी कार्यशैली से मैं अत्यंत प्रभावित हूं।"
उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में कानून निर्माण में स्पीकर और उपराष्ट्रपति की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। धनखड़ जी ने इस जिम्मेदारी को देश, समाज और संविधान के प्रति समर्पण के साथ निभाया।
उन्होंने कहा, "धनखड़ जी का इस्तीफा देना मेरे लिए दुखद है। उनकी तबीयत ठीक नहीं होने की बात मैंने पहले भी सुनी थी। यह उनका निजी निर्णय है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए। लेकिन, यह देश के लिए हानिकारक है।"
साबले ने जोर देकर कहा कि धनखड़ जी ने अपने कार्यकाल में संविधान के प्रति निष्ठा और समाज के प्रति समर्पण प्रदर्शित किया, जिससे उनकी छवि एक जिम्मेदार और समर्पित नेता के रूप में बनी।
उन्होंने यह भी कहा कि उनका कानूनी ज्ञान और निष्पक्ष दृष्टिकोण उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाता था। साबले ने उनके स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए कहा कि देश को उनकी सेवाओं की आवश्यकता है।
उन्होंने इस्तीफे को स्वास्थ्य कारणों से लिया गया निजी निर्णय बताया, लेकिन इसे देश के लिए एक बड़ा नुकसान माना।