क्या सुनवाई से हमें उम्मीदें थी, लेकिन पूरी नहीं हुई? : शेख बशीर

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग जारी है।
- सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
- आतंकी हमलों को राजनीतिक विवादों में शामिल करना उचित नहीं है।
- भाजपा की तिरंगा यात्रा पर शेख बशीर ने अपनी राय रखी।
- स्थानीय नेताओं की आवाज़ को सुनना आवश्यक है।
श्रीनगर, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख नेता शेख बशीर ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई पर अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, "हमें इस सुनवाई से काफी उम्मीदें थीं। लेकिन, हमें दुख है कि हमारी अपेक्षाएँ अभी तक पूरी नहीं हो पाई हैं। अब, कोर्ट ने केंद्र सरकार को आठ हफ्ते के भीतर याचिका पर जवाब देने का निर्देश दिया है। जब हम पूर्ण राज्य का दर्जा मांग रहे हैं, तो पہलगाम में हुए आतंकी हमले को इसमें शामिल करना उचित नहीं है।"
शेख बशीर ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहले भी इस तरह के हमले हुए हैं। ऐसे में, पूर्ण राज्य का दर्जा देने की चर्चा में इन हमलों का उल्लेख नहीं होना चाहिए। यह भी ध्यान देने योग्य है कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के बाद यह मांग उठी थी कि इस केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए। केंद्र सरकार ने इस दिशा में अपनी प्रतिबद्धता भी जताई थी।
उन्होंने बताया कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था और तब से ही पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग उठ रही है।
छत्तीसगढ़ में सभी दरगाह पर झंडा लगाए जाने के संबंध में दिए गए निर्देशों पर शेख बशीर ने कहा कि यह सब क्या हो रहा है, समझ में नहीं आता। उन्हें समझ में नहीं आता कि मुसलमानों से ही देशभक्ति का प्रमाणपत्र क्यों मांगा जाता है। किसी को आदेश नहीं दिया जा सकता कि उसे तिरंगा लगाना होगा। यह हमारी श्रद्धा का विषय होना चाहिए।
उन्होंने भाजपा द्वारा तिरंगा यात्रा निकालने के कदम का स्वागत किया और कहा कि आज की तारीख में भाजपा तिरंगा यात्रा निकाल रही है, जिसे हम स्वागत करते हैं। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पहले भाजपा तिरंगा यात्रा नहीं निकालती थी। आज यही भाजपा सरकार में है और तिरंगा यात्रा निकाल रही है, हम इसका स्वागत करते हैं। लेकिन भाजपा जिस तरह से कुछ लोगों को देशभक्ति का और कुछ को देश विरोधी होने का प्रमाणपत्र दे रही है, वह गलत है।