क्या लालू यादव हमेशा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे? : मंगनी लाल मंडल

सारांश
Key Takeaways
- लालू यादव ने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा।
- मंगनी लाल मंडल का कहना है कि वे हमेशा पार्टी के अध्यक्ष रहेंगे।
- एनडीए पर आरोप लगाए गए हैं कि वे केवल षड्यंत्र करते हैं।
- जदयू ने लालू यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं।
- राजनीति में परिवारवाद की भूमिका महत्वपूर्ण है।
पटना, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। उन्होंने राजद कार्यालय पहुंचकर यह नामांकन प्रस्तुत किया। उनके फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की संभावना को काफी मजबूत माना जा रहा है।
इस बीच, राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा कि लालू यादव जब तक इस धरती पर रहेंगे, तब तक वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सुप्रीमो बने रहेंगे। मंडल ने कहा कि लालू यादव ने आज राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा है। वे न केवल पार्टी के संस्थापक हैं, बल्कि इस पार्टी के पीछे के आधार और जमात के नेता भी रहे हैं। यह उनके लिए एक खुशी का पल है।
जैसे ही एनडीए द्वारा लालू यादव के लगातार अध्यक्ष बनने पर सवाल उठाए गए, राजद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एनडीए के पास बोलने के लिए कुछ खास नहीं है। वे केवल षड्यंत्र करके बातें करते हैं। उन्होंने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को अपमानित करने का मनगढ़ंत आरोप लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के लिए माहौल तैयार किया है। एनडीए इसके अलावा और कुछ नहीं कर सकती।
वहीं, जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने पर कहा कि राजद का मतलब ही लालू यादव का परिवार है। यह कोई नई बात नहीं है। सजायाफ्ता होने के बाद भी लालू यादव जेल में रहते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। चुनाव लड़ने की पात्रता नहीं होने के बावजूद, राजद के लालू परिवार का ही कोई सदस्य राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि लालू यादव का नेतृत्व होने के बावजूद पार्टी की हार हुई है। लालू यादव के परिवार में राजनीतिक खौफ बीमारी की स्थिति में भी कायम है, जिसे वे आम जनता पर डालना चाहते हैं, जो कि संभव नहीं है।