क्या ममता बनर्जी बांग्लादेशी लोगों के सहारे चुनाव जीत रही हैं?
सारांश
Key Takeaways
- ममता बनर्जी का बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर आरोप।
- भाजपा नेता राज पुरोहित के बयान की गंभीरता।
- पश्चिम बंगाल में एसआईआर का राजनीतिक प्रभाव।
मुंबई, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल में एसआईआर को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस पर विरोध जता रही हैं, जबकि भाजपा के नेता इसे लागू करने की मांग कर रहे हैं। भाजपा नेता राज पुरोहित ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा कि वह बांग्लादेशी लोगों को अपने साथ लेकर आई हैं, इसलिए एसआईआर से भयभीत हैं।
राज पुरोहित ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बांग्लादेश के नागरिकों को पश्चिम बंगाल में रखकर चुनाव जीत रही हैं। उन्हें पता है कि एसआईआर लागू होने पर ये लोग बाहर निकल जाएंगे, जिससे उन्हें चुनाव हारने का डर है।"
राज पुरोहित ने कहा कि जहां कांग्रेस कई राज्यों में एसआईआर का समर्थन कर रही है, वहीं कुछ स्थानों पर इसका विरोध कर रही है। उन्हें समझ नहीं आता कि विपक्ष क्या करना चाहता है। पश्चिम बंगाल में जो लोग महिलाओं पर अत्याचार करते हैं, वे ममता बनर्जी के कार्यकर्ता होते हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि राज्य में महिलाओं और सरकार की स्थिति क्या है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से जो भी सहायता पश्चिम बंगाल को मिलती है, उसे राज्य सरकार अपने पास रख लेती है। जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान करने वाला कोई नहीं है। यदि कोई सरकार के खिलाफ बोलता है, तो उसे ममता सरकार द्वारा दबा दिया जाता है।
दिल्ली विस्फोट पर भाजपा नेता राज पुरोहित ने कहा कि इस हिंसा में शिक्षित लोग शामिल थे। उन्होंने कहा कि सरकार को समय बर्बाद नहीं करना चाहिए और जिन लोगों ने इस विस्फोट में भाग लिया, उन्हें जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। इससे यह संदेश जाएगा कि भारत में इस तरह की घटनाओं का परिणाम क्या होगा।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को सुरक्षा देना या जेल में रखना और मुफ्त खाना देना बेकार है। इन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि ऐसे लोगों को सबक मिले। दिल्ली विस्फोट के बाद मिले विस्फोटक सामान की मात्रा यह दर्शाती है कि स्थिति कितनी गंभीर हो सकती थी, लेकिन समय रहते इसे रोक दिया गया।