क्या नीतीश सरकार ने पिछले 20 सालों में सभी वर्गों के लिए काम किया?
सारांश
Key Takeaways
- जदयू नेता केसी त्यागी ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया।
- बिहार में कांग्रेस का वजूद समाप्त हो चुका है।
- नीतीश सरकार ने सभी वर्गों के सशक्तीकरण पर जोर दिया है।
- बिहार की जनता जंगलराज और माफियाराज से मुक्ति चाहती है।
- मतदाता सुशासन के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
पटना, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव के दौरान जदयू नेता केसी त्यागी ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं रह गया है। साथ ही, उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया।
केसी त्यागी ने स्पष्ट किया कि बिहार में कांग्रेस की कोई उपस्थिति नहीं है। कांग्रेस ने राजद के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है, इसलिए उनके बयानों को वहां कोई गंभीरता से नहीं लेता।
पहले चरण के मतदान के दौरान, जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि एनडीए आगे है। नीतीश सरकार ने पिछले 20 सालों में सभी वर्गों के सशक्तीकरण के लिए कार्य किए हैं। यह चुनाव उन्हीं प्रयासों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता जंगलराज और माफियाराज से मुक्ति चाहती है। इस बार भी एनडीए की सरकार बनना तय है।
हरियाणा चुनाव में 'वोट चोरी' के राहुल गांधी के आरोपों पर केसी त्यागी ने कहा कि वह हर चुनाव से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा करते हैं कि 'वोट चोरी' हो रही है। असल में, उनका जनसमर्थन समाप्त हो गया है।
वहीं, राहुल गांधी के 'जेनजी' से लोकतंत्र की रक्षा की अपील पर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ये पराजित नेता आपराधिक अराजकता के माध्यम से संवैधानिक लोकतंत्र को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के मतदाता लोकतंत्र के लिए उत्साह से अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं और सुशासन की निरंतरता को सुनिश्चित कर रहे हैं। यदि आप बिहार के गांवों, गलियों और जनसभाओं में देखें, तो वहां एक ही संदेश है: वे कुशासन या खराब शासन को सहन नहीं करेंगे और सुशासन के लिए प्रतिबद्ध हैं।