क्या पहलगाम के आतंकियों को अब तक नहीं पकड़ा गया : उद्धव ठाकरे?

सारांश
Key Takeaways
- भाषाई विवाद महाराष्ट्र में गहराता जा रहा है।
- उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- राजनीतिक दलों को सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
मुंबई, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में मराठी बनाम हिंदी भाषा का विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर महायुति और महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच तीखी बहस चल रही है। इसी बीच, पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसा है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता आशीष शेलार मराठी भाषा के दुश्मन हैं। वे हमारे मराठी लोगों की तुलना आतंकवादियों से कर रहे हैं। ये लोग गिरे हुए हैं, क्योंकि पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की तुलना किसी से नहीं की जा सकती। क्या पहलगाम के आतंकवादी भाजपा में शामिल हो गए हैं? अब तक उन्हें पकड़ा क्यों नहीं गया? ये एक शर्मनाक स्थिति है कि आप भारत में हिंदुओं की रक्षा नहीं कर सके।
उन्होंने कहा कि यदि कोई कुछ भी करके भाजपा में शामिल हो जाता है, तो उसे वॉशिंग पाउडर निरमा से साफ कर दिया जाता है।
उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट किया कि हम किसी भी भाषा का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन किसी भी भाषा को जबरन थोपना गलत है। मैं भी हिंदी बोलता हूँ और हमारे सांसद भी संसद में हिंदी बोलते हैं। हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है, लेकिन उत्तर प्रदेश में तीसरी भाषा कौन सी होगी?
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की मूल भाजपा समाप्त हो गई है। आज जो लोग सत्ता में हैं, उन्होंने मूल भाजपा की हत्या कर दी है। कुछ बाहरी लोग आकर यहाँ लोगों के बीच नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
बीजेपी नेता आशीष शेलार ने मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा व्यापारी की पिटाई की तुलना पहलगाम हमले से की। उन्होंने कहा कि जैसे पहलगाम में आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर निर्दोषों पर गोलियां चलाईं, वैसे ही मुंबई में निर्दोष हिंदुओं से उनकी भाषा पूछकर हमला किया जा रहा है।