क्या अपनी ही गलतियों से टूट सकता है पाकिस्तान? : ध्रुव कटोच
सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान की आंतरिक समस्याएं उसके भविष्य को प्रभावित कर सकती हैं।
- सिंध का भारत में विलय संभव है यदि पाकिस्तान टूटता है।
- भारत सिंध के लिए युद्ध नहीं करेगा, बल्कि यह पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति पर निर्भर करेगा।
नई दिल्ली, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा सिंध से जुड़े बयान ने राजनीतिक और सामरिक चर्चाओं को एक नई दिशा दी है। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मेजर जनरल (सेवानिवृत) ध्रुव कटोच ने इसे अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की वर्तमान स्थिति को देखते हुए भविष्य में बड़े भू-राजनीतिक परिवर्तन संभव हैं।
उनका मानना है कि यदि पाकिस्तान आंतरिक संकटों का सामना करता है, तो सिंध प्रांत का भारत में विलय एक स्वाभाविक परिणाम हो सकता है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में ध्रुव कटोच ने कहा, "मुझे लगता है कि रक्षा मंत्री का यह बयान बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें दो प्रमुख बातें शामिल हैं। पहली, पाकिस्तान इस समय अंदर से बुरी तरह बिखर रहा है। यदि यह स्थिति जारी रही, तो पाकिस्तान के कई हिस्सों में विभाजन की संभावना बढ़ सकती है। यदि पाकिस्तान कई हिस्सों में बंटता है, तो यह पूरी तरह संभव है कि सिंध प्रांत भारत में शामिल हो जाए।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत सिंध के लिए युद्ध नहीं करेगा, बल्कि यह प्रक्रिया पाकिस्तान के आंतरिक संघर्षों से उत्पन्न होगी।
उनके अनुसार, पाकिस्तान में बढ़ती आंतरिक अस्थिरता और विरोध के कारण बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे क्षेत्रों के भी अलग होने की संभावना है। यदि ऐसा होता है, तो सिंध भी उस दिशा में बढ़ सकता है।
जनरल कटोच ने कहा, "यदि भविष्य में ऐसी स्थिति आती है कि सिंध अलग हो जाता है, तो भारत उसका स्वागत करेगा। सिंध तो हमारे राष्ट्रगान 'जन गण मन' का भी हिस्सा है। इसलिए यदि इतिहास खुद को दोहराता है और सिंध भारत से जुड़ने का मार्ग चुनता है, तो यह हमारी भावनात्मक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक होगा।"
उन्होंने कहा कि पूरा मामला पाकिस्तान की आंतरिक स्थिरता पर निर्भर करेगा। जब कोई देश अंदर से टूटता है, तब बाहरी ताकतें नहीं, बल्कि अपने ही हालात उसे विभाजन की ओर ले जाते हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि समय आने पर सिंध भारत का हिस्सा बन सकता है, जिसके बाद यह विषय चर्चा का केंद्र बन गया है।