क्या पाकिस्तान के दावे सच हैं? ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल और एस-400 का हुआ क्या?
सारांश
Key Takeaways
- पीआईबी ने पाकिस्तान के दावों को खारिज किया।
- फर्जी वीडियो का इस्तेमाल किया गया।
- जनरल मलिक ने असली बातें कहीं।
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट चेक यूनिट ने एक बार फिर से सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा का खुलासा किया है। दरअसल, शहबाज शरीफ सरकार के मंत्री ने दावा किया था कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के राफेल फाइटर जेट और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया।
पीआईबी फैक्ट चेक के अनुसार, पाकिस्तान के कई प्रोपेगैंडा अकाउंट्स भारत के पूर्व आर्मी चीफ जनरल वेद प्रकाश मलिक (रिटायर्ड) का एक एडिट किया हुआ और एआई से बनाया गया वीडियो साझा कर रहे हैं।
इस वीडियो में उन्हें पाकिस्तानी सेना की क्षमता की तारीफ करते हुए और भारत के रक्षा उपकरण को कथित तौर पर नुकसान पहुंचने की बात स्वीकार करते हुए दिखाया गया है।
पीआईबी फैक्ट चेक ने एक पोस्ट में पाकिस्तान के दावों को खारिज करते हुए कहा कि जिस वीडियो की बात की जा रही है, वह नकली है और एआई उपकरणों का उपयोग करके उसमें बदलाव किया गया है। पीआईबी ने स्पष्ट किया, “जनरल वेद प्रकाश मलिक (रिटायर्ड) ने ऐसी कोई बात नहीं कही है।”
सरकारी फैक्ट चेकिंग एजेंसी ने चेतावनी दी कि इस तरह का मनगढ़ंत कंटेंट जानबूझकर लोगों को गुमराह करने और भारत की रक्षा तैयारियों और सैन्य क्षमताओं पर लोगों का भरोसा कम करने के लिए फैलाया जा रहा है।
फर्जी वीडियो में यह दावा किया गया है कि पाकिस्तान के पास बेहतर हथियार और शस्त्र हैं। राफेल जेट और एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को नष्ट करना भारत पर उसके सैन्य दबदबे का सबूत है। इसमें यह भी कहा गया है कि भारत को अपने रक्षा उपकरण को अपग्रेड करने की आवश्यकता है।
पाकिस्तान का पर्दाफाश करते हुए पीआईबी ने असली वीडियो क्लिप साझा किया जिसमें जनरल मलिक को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किसी भी देश ने एक-दूसरे की सीमा पार नहीं की, जो आधुनिक युद्ध के विकास को दर्शाता है।
जनरल मलिक ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमने एक-दूसरे की सीमा को भी पार नहीं किया। तकनीक में बहुत तरक्की हुई है। अब हमारे पास स्टैंडऑफ हथियार हैं। इसलिए हम सीमा से दूर रहते हुए भी एक-दूसरे पर हमला कर सकते हैं, लेकिन निश्चित रूप से भारत में हमारे पास बेहतर हथियार और उपकरण हैं।"