क्या पश्चिम बंगाल में इस बार तख्तापलट संभव है? हुमायूं कबीर की चेतावनी
सारांश
Key Takeaways
- हुमायूं कबीर ने तख्तापलट का दावा किया है।
- उन्होंने मुसलमानों को गुलामी न करने का संदेश दिया।
- ममता सरकार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया।
- कबीर ने अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ एकजुटता की बात की।
- मुर्शिदाबाद में 17 सीटों पर जीत की उम्मीद जताई।
कोलकाता, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से निष्कासित और भरतपुर से विधायक हुमायूं कबीर ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को तेज कर दिया है। राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने पश्चिम बंगाल में अपनी चुनावी रणनीतियों का खुलासा किया।
हुमायूं कबीर ने इस बार तख्तापलट का दावा करते हुए कहा, "इस बार तख्तापलट अवश्य होगा। मुसलमान कभी किसी का गुलाम नहीं बने हैं। मैं हर जगह यह अलार्म दूंगा कि मुसलमानों को किसी की गुलामी नहीं करनी चाहिए।"
उन्होंने अपील की, "मुसलमानों को केवल अल्लाह की गुलामी करनी चाहिए। यही मेरा संदेश है।"
हुमायूं कबीर ने ममता सरकार पर मुसलमानों को धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया और कहा कि उनकी पार्टी का दरवाजा सभी के लिए खुला है। "मेरी पार्टी सभी के लिए खुली है। मैं सबका स्वागत करूंगा। सभी पार्टियों ने मुसलमानों को धोखा दिया है। ममता बनर्जी भी कई वर्षों से सत्ता में हैं और उन्होंने भी मुसलमानों को निराश किया है। मुसलमान समाज को उनका जवाब देना चाहिए।"
उन्होंने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) विधायक नौशाद सिद्दीकी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की योजना बनाई।
हुमायूं कबीर ने कहा, "मैं कोशिश कर रहा हूं कि वे एक साथ आएं। ओवैसी साहब एक समझदार और प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। वहीं, नौशाद सिद्दीकी मेरे बेटे के समान हैं। वह भी विधायक हैं।"
उन्होंने कहा, "मुसलमानों को आज़ादी मिलना चाहिए। उन्हें एकजुट होकर काम करना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि मुर्शिदाबाद में हम 17 सीटों पर जीत हासिल करेंगे।"