क्या पीएम मोदी भारत में रहते हुए 'सीजफायर' पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते? : राजद

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी ने सीजफायर पर अमेरिका की भूमिका को नकारा।
- राजद ने इस पर सवाल उठाए हैं।
- जब मोदी भारत में होते हैं, तब भी उनके जवाब नहीं मिलते।
- विदेश नीति में पारदर्शिता की आवश्यकता है।
- 'ऑपरेशन सिंदूर' की स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए।
पटना, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर के संदर्भ में स्पष्ट किया है कि इसमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। इस मुद्दे पर राजद सवाल उठा रहा है। राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि जब पीएम मोदी भारत में होते हैं, तब वे 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत सीजफायर पर कोई जवाब नहीं देते।
एजाज अहमद ने कहा, "पीएम ये बातें विदेश में जाकर बोलते हैं। सरकार की विदेश नीति क्या है, इसे लोगों के बीच कैसे प्रस्तुत किया जाता है, ये भी देखने की आवश्यकता है। भारत और उसके लोग उस सवाल का जवाब चाहते हैं, जो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उठाया था।"
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी उस सवाल का उत्तर नहीं दे पा रहे हैं और विदेश जाकर नई-नई बातें करते हैं।
आगे उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पहले स्पष्ट कर लें कि जो बातें वे विदेश नीति में कह रहे हैं, वह डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार हैं या उनके अपने अनुसार।
वास्तव में, विपक्ष 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम पर सवाल उठाते रहते हैं।
इसी बीच, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन वार्ता के बाद कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप से बातचीत में स्पष्ट रूप से कहा कि भारत अब आतंकवाद को प्रॉक्सी युद्ध नहीं, बल्कि युद्ध के रूप में देखता है और 'ऑपरेशन सिंदूर' अभी भी जारी है।