क्या पीएम मोदी का दौरा भारत और ओमान के रिश्तों को और मजबूत करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का जॉर्डन और ओमान दौरा महत्वपूर्ण है।
- यह दौरा द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देगा।
- ओमान के राजदूत ने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया।
- रक्षा संबंधों पर भी ध्यान दिया जाएगा।
- मुक्त व्यापार समझौते से निवेश में वृद्धि होगी।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते तीन दिवसीय दौरे पर जॉर्डन और ओमान जाने वाले हैं। पहले चरण में वे जॉर्डन का दौरा करेंगे, इसके बाद ओमान पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का यह जॉर्डन का पहला पूर्ण द्विपक्षीय दौरा है। इस संबंध में भारत में ओमान के राजदूत इस्सा सालेह अब्दुल्ला सालेह अलशिबानी ने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत की।
राजदूत अलशिबानी ने कहा, "यह दौरा अत्यंत महत्वपूर्ण और रणनीतिक है। यह हमारे कार्यक्रम का एक बड़ा उद्देश्य पूरा करता है। यह ओमान और भारत के बीच गहरे और मजबूत रिश्तों का संकेत देता है और ओमान को व्यापारिक दृष्टिकोण से एक सकारात्मक लक्ष्य के रूप में प्रस्तुत करेगा।"
ओमान के राजदूत ने मुक्त व्यापार समझौते के बारे में बताया, "व्यापक आर्थिक समझौता निवेश के लिए एक आसान गेटवे बनाता है और यह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को प्रोत्साहित करने में मदद करेगा।"
उन्होंने कहा, "आंकड़ों के अनुसार, हमने द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि देखी है।"
रक्षा संबंधों पर अलशिबानी ने कहा, "यह इस बात का प्रमाण है कि रक्षा संबंध कितने गहरे हैं। हम पहले और शायद एकमात्र देश हैं जिसने सभी अलग-अलग फोर्सेज के बीच संयुक्त प्रशिक्षण कराया है।"
हूतियों द्वारा पकड़े गए भारतीय क्रू मेंबर अनिलकुमार रवींद्रन की रिहाई पर, ओमान के राजदूत ने कहा, "हम पहले उस व्यक्ति को उसके परिवार के पास वापस आते देखकर खुश थे। ओमान ने कई वर्षों से मानवीय भूमिका निभाई है।"
सुहार इन्वेस्टमेंट फोरम 2026 के बारे में उन्होंने कहा, "यह एक प्रगतिशील कार्यक्रम है। इस वर्ष, वे सेक्टर-वार उद्योगों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिसमें सुहार पोर्ट और सुहार औद्योगिक क्षेत्र की विभिन्न साइटों का दौरा शामिल होगा।"
—राष्ट्र प्रेस
केके/एबीएम