क्या राहुल गांधी बिहार चुनाव में हार के डर से मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर सवाल उठा रहे हैं?: कृष्णा हेगड़े

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का मतदाता सूची पर सवाल उठाना चुनावी रणनीति का हिस्सा है।
- कृष्णा हेगड़े ने उनके बयानों को बेबुनियाद बताया।
- बिहार की जनता एनडीए के साथ होने का संकेत है।
- राजनीतिक बयानों का चुनावी माहौल पर गहरा असर होता है।
- इस विवाद ने कांग्रेस और शिवसेना के बीच की खाई को और बढ़ा दिया है।
मुंबई, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट पर उठाए गए सवाल और बिहार में मतदाताओं के पुनरीक्षण पर की गई आपत्ति पर शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने गुरुवार को प्रतिक्रिया दी।
शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "महाराष्ट्र मामले में देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी को स्पष्ट जवाब दिया और आंकड़ों के साथ बताया कि ७ से ९ प्रतिशत तक वोटों में वृद्धि हुई थी। जिन सीटों पर कांग्रेस जीती, वहां भी ऐसा ही हाल था। ऐसे में राहुल गांधी के आंकड़े बेबुनियाद हैं।"
बिहार में कांग्रेस की हार का दावा करते हुए हेगड़े ने कहा, "राहुल गांधी को पहले सही जानकारी लेकर बोलना चाहिए। जब दिल्ली में कांग्रेस हार रही थी, तब वे महाराष्ट्र की बात कर रहे थे। अब बिहार चुनाव से पहले उन्हें हार का अंदेशा है, इसलिए ऐसे भ्रमित करने वाले बयान दे रहे हैं। बिहार की जनता एनडीए के साथ है।"
असदुद्दीन ओवैसी के कांवड़ यात्रा के दौरान गुंडागर्दी रोकने वाले बयान पर शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, "कांवड़ यात्रा कोई गुंडागर्दी नहीं, बल्कि एक पुरानी धार्मिक परंपरा है, जो दशकों से चल रही है। इसमें हिंदू और मुसलमान मिलकर सहयोग करते आए हैं। ओवैसी अब राजनीति कर रहे हैं और दो धर्मों के बीच विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। जैसे मुस्लिम धार्मिक आयोजनों में हिंदू सहयोग करते हैं, वैसे ही मुसलमानों को भी कांवड़ यात्रा में सहयोग और प्रोत्साहन देना चाहिए। यह आपसी सौहार्द का प्रतीक है।"
पाकिस्तानी मीडिया से बैन हटने के सवाल पर कृष्णा हेगड़े ने कहा, "सरकार ने जो निर्णय लिया है, वह सोच-समझकर लिया होगा, लेकिन शिवसेना का स्पष्ट मत है कि पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में काम नहीं मिलना चाहिए। हमारे देश में प्रतिभाशाली कलाकारों की कोई कमी नहीं है, उन्हें ही प्रोत्साहन मिलना चाहिए। पाकिस्तानी कलाकार भारत में सिर्फ पैसा कमाने आते हैं और बाद में भारत विरोधी गतिविधियों का समर्थन करते हैं। जैसे शाहिद अफरीदी का उदाहरण है, जो भारत में खेलकर लौटने के बाद भारत के खिलाफ बयान देता है। शिवसेना ऐसे लोगों का सख्त विरोध करती है।"
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के भाजपा और कांग्रेस के रिश्ते पर दिए हालिया बयान को लेकर उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल शायद प्रेम का अर्थ नहीं समझते। भाजपा और कांग्रेस की विचारधाराएं एकदम अलग हैं, इसलिए वे कभी साथ नहीं आ सकते। केजरीवाल दिल्ली में हार चुके हैं और उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, इसी कारण वह बेबुनियाद बयान दे रहे हैं। ऐसी बातें उनकी राजनीतिक हताशा और असंतुलन को दर्शाती है।"