क्या राजनीति में लोगों का चरित्र गिरता जा रहा है? : अबू आजमी

सारांश
Key Takeaways
- राजनीति में चरित्र गिरना एक गंभीर समस्या है।
- भ्रष्टाचार और बेईमानी से राजनीतिक प्रतिष्ठा प्रभावित होती है।
- ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जरूरी है।
- लाडकी बहन योजना का उद्देश्य चुनावी लाभ है।
- भारत-पाकिस्तान के मैच पर जनता के मन के सवाल हैं।
भिवंडी, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पुणे रेव पार्टी में एनसीपी (एसपी) नेता एकनाथ खडसे के दामाद पर कार्रवाई को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। इसी के चलते, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आजमी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का बहुत अफसोस है कि राजनीति में लोगों का चरित्र गिरता जा रहा है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा कि मुझे इस बात का अफसोस है कि राजनीति में लोगों का चरित्र गिरता जा रहा है। इसी कारण, जब राजनेता अच्छे समारोहों में जाते हैं, तब भी लोग उनकी उपस्थिति की कद्र नहीं करते। राजनीति में भ्रष्टाचार, बेईमानी के चलते इसका स्तर गिरता जा रहा है। मैं इसकी निंदा करता हूं। ऐसे लोगों को चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिलना चाहिए, जिनकी छवि साफ हो।
ऑपरेशन सिंदूर पर सदन में चर्चा को लेकर उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा बहुत आवश्यक है। भारतवर्ष के 140 करोड़ लोगों की जिज्ञासा है कि पहलगाम में आतंकवादी ऐसी जगह पर आए, जहां पर्यटक जाते हैं। वहां की सुरक्षा व्यवस्था सख्त रहती है। लेकिन हमले के दिन सुरक्षाकर्मी वहां मौजूद नहीं थे। इसके बाद सभी दलों ने पाकिस्तान पर हमले के लिए सरकार का समर्थन किया। सरकार को ऑपरेशन सिंदूर के सभी पहलुओं पर सदन में चर्चा करनी चाहिए।
अबू आसिम आजमी ने कहा कि लाडकी बहन योजना पहले नहीं थी, जैसे ही चुनाव आया, उसी दौरान इस योजना को शुरू किया गया। चुनाव के दौरान वोट डालने के लिए लोग पैसे तक बांटते हैं। कई लोग ऐसे हैं कि एक वोट के लिए हजार रुपए तक देते हैं। ऐसी चीजें बहुत खराब होती हैं। सरकार ने इस योजना के तहत आधिकारिक रूप से रुपए बांटे हैं।
उन्होंने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच मैच खेले जाने पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ पाकिस्तान के आतंकवादी हमारे देश में हमला करते हैं, वहीं पाकिस्तान के साथ मैच भी होना है। जनता को पता चलना चाहिए कि अंदरखाने आखिर क्या चल रहा है।