क्या सांसद कंगना रनौत ने विपक्ष से सदन की कार्यवाही सुचारू रखने की अपील की?
सारांश
Key Takeaways
- कंगना रनौत ने सदन की कार्यवाही को सुचारू रखने की अपील की।
- सदन में हंगामा के चलते कई बार कार्यवाही स्थगित हुई।
- सरकार इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक पास कराने की योजना बना रही है।
- पीएम मोदी ने भी सदन की प्रक्रिया को सुचारू रखने की अपील की।
- शीतकालीन सत्र १ दिसंबर से १९ दिसंबर तक चलेगा।
नई दिल्ली, १ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा का शीतकालीन सत्र विवादास्पद तरीके से प्रारंभ हुआ और सोमवार को कई बार स्थगित किया गया। विपक्ष ने सदन में एसआईआर और प्रदूषण के मुद्दों पर जोरदार हंगामा किया।
अब भाजपा सांसद कंगना रनौत ने विपक्ष से निवेदन किया है कि वे सदन की कार्यवाही को सही तरीके से चलने दें।
लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कंगना रनौत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "हम खुश हैं कि शीत सत्र शुरू हो गया है, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि विपक्ष सदन को चलने देगा। यदि सदन सुचारू रूप से चलेगा, तो अधिक विधेयक पेश हो पाएंगे और चर्चा हो सकेगी, लेकिन यह देखना होगा कि वे आगे सदन को चलने देते हैं या फिर ऐसे ही हंगामा करते हैं।"
एसआईआर पर भाजपा सांसद दामोदर अग्रवाल ने कहा, "एसआईआर चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है, जो स्वतंत्र संवैधानिक संस्था है। एसआईआर का मामला न्यायालय के अधीन है। क्या संसदीय प्रक्रियाओं के तहत सदन में ऐसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है?" उन्होंने आगे कहा कि बिहार चुनाव के दौरान उन्हें एक भी मतदाता नहीं मिला, जिसने बताया हो कि उनका नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। एसआईआर के माध्यम से लोगों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि पीएम मोदी ने भी सत्र प्रारंभ होने पर अपील की थी कि विपक्ष सदन की प्रक्रिया को कुशलता से चलने दें। उन्होंने कहा था कि चाहे कोई भी पार्टी हो, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नई पीढ़ी के सांसदों और पहली बार संसद में चुनकर आए लोगों को सार्थक अवसर प्राप्त हों। यह शीतकालीन सत्र राष्ट्र को तेज गति से आगे ले जाने के हमारे प्रयासों को नई ऊर्जा देगा।
उन्होंने आगे कहा कि संसद देश के लिए क्या करने वाली है, इस पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए। विपक्ष को भी अपना दायित्व निभाना चाहिए और ऐसे मुद्दे उठाने चाहिए जो सभी के हित में हों। वे अपनी पराजय की निराशा से बाहर आएं, लेकिन दुर्भाग्य से कुछ दल ऐसे हैं जो अपनी पराजय को सहन नहीं कर पाते।
यह भी जान लें कि संसद का शीतकालीन सत्र १ दिसंबर से प्रारंभ होकर १९ दिसंबर तक चलेगा। सरकार इस बार कई महत्वपूर्ण विधेयकों को सदन में पास कराने की योजना बना रही है। इनमें एटॉमिक एनर्जी, दिवाला कानून बिल, राष्ट्रीय राजमार्ग और सिक्योरिटीज मार्केट समेत कई विधेयक शामिल हैं।