क्या सत्येंद्र जैन को झूठे आरोप लगाकर बदनाम किया गया है? : सौरभ भारद्वाज

सारांश
Key Takeaways
- सत्येंद्र जैन को मिली क्लीन चिट से उनके खिलाफ आरोपों की सत्यता पर सवाल उठते हैं।
- भाजपा के नेताओं पर झूठी शिकायतें करने का गंभीर आरोप।
- कानूनी कार्रवाई की मांग राजनीतिक प्रतिशोध को उजागर करती है।
नई दिल्ली, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। वरिष्ठ नेता और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन को क्लीन चिट मिलने के बाद मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा पर कड़ी आलोचना की।
'आप' के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सत्येंद्र जैन को अब तक आधा न्याय मिला है। उन्हें पूरा न्याय तब मिलेगा, जब उन पर झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हमारा स्पष्ट अनुरोध है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता तथा एलजी, सीबीआई के अधिकारियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाए।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पहले विजेंद्र गुप्ता ने एक झूठी शिकायत की। फिर एलजी उस शिकायत को सीबीआई को भेज देते हैं। शिकायत में कुछ भी नहीं होता, फिर भी सत्येंद्र जैन पर झूठा केस दर्ज किया जाता है। इसके बाद बिना सबूत के सीबीआई जांच करती है और सत्येंद्र जैन और उनके परिवार के साथ आम आदमी पार्टी को लगातार परेशान किया जाता है। क्या इस प्रकार के उत्पीड़न के लिए कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? जबकि, अदालत ने इस मामले को बंद कर दिया है, जिससे स्पष्ट हो गया है कि विजेंद्र गुप्ता ने केवल सत्येंद्र जैन और 'आप' को बदनाम करने के लिए झूठी शिकायत की थी।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कानून में जहां भी अन्याय हो, उसकी भरपाई का प्रावधान भी होना चाहिए। यहाँ भाजपा के वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा के तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता एक झूठी शिकायत देते हैं। उसके बाद एलजी उस शिकायत को सीबीआई को देते हैं, जबकि उस शिकायत में कुछ भी नहीं है। इसके बावजूद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन का नाम लिखा जाता है।
'आप' नेता ने कहा कि सीबीआई बिना किसी नाम के मुकदमा दर्ज कर सकती थी। फिर सीबीआई उसकी जांच करती। जब भ्रष्टाचार का कोई आधार नहीं है, तो फिर कोई कैसे कह सकता है कि सत्येंद्र जैन ने भ्रष्टाचार किया है? यह स्पष्ट है कि भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने सत्येंद्र जैन को केवल बदनाम करने के लिए यह शिकायत की थी।