क्या स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी? : शकील अहमद खान

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक का महत्व।
- घुसपैठियों के मुद्दे पर सरकार की नीतियों की आलोचना।
- युवाओं को लोकतंत्र की मजबूती के लिए आगे आने की अपील।
- कांग्रेस और राजद के बीच अच्छे संबंध।
- सरकारी नीतियों का जनता पर प्रभाव।
पटना, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने शुक्रवार को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए होने जा रही स्क्रीनिंग कमेटी के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा घुसपैठियों के संदर्भ में की गई टिप्पणी पर विरोध जताया और इसे हास्यास्पद बताया। उनका कहना था कि बिहार में इनकी सरकार लंबे समय से है, और केंद्र में भी इनकी सरकार है। सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह से इनके कंधों पर है, फिर भी घुसपैठिए देश की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। इसके बाद ये लोग चुनावी जनसभाओं में कहते हैं कि हमारी सरकार बनेगी तो हम घुसपैठियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। यह स्थिति हास्यास्पद है और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को नजरअंदाज कर यह सरकार ऐसे मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रही है, जिनका जनता के हितों से कोई संबंध नहीं है। वर्तमान समय में बिहार में कई समस्याएँ हैं, जैसे कि बेरोजगारी और पलायन। लोग रोजगार के लिए अन्य राज्यों में जाने को मजबूर हैं। शिक्षा व्यवस्था पर भी कुठाराघात किया जा रहा है, और कई सरकारी विश्वविद्यालयों को निजी विश्वविद्यालयों में बदला जा रहा है। लोगों को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार का इस दिशा में कोई ध्यान नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में कांग्रेस और राजद के बीच संबंधों में कोई खटपट नहीं है। दोनों दलों के बीच मधुरता है, हालाँकि भाजपा की कोशिश है कि किसी भी तरह से इनके बीच कटुता पैदा की जाए, लेकिन यह प्रयास सफल नहीं होगा।
उन्होंने तेजस्वी यादव की यात्रा के संबंध में कहा कि वे उन सभी स्थानों पर यात्रा कर रहे हैं, जिन्हें राहुल गांधी ने छोड़ दिया था। इस यात्रा के माध्यम से हम बिहार की राजनीतिक स्थिति को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने देश के ‘जेन जी’ युवाओं से आगे आने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने युवाओं को लोकतंत्र की मजबूती के लिए आगे आने का आग्रह किया है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए युवाओं का आगे आना आवश्यक है, क्योंकि भविष्य उन्हीं का है। इसके अलावा, यह भी कहा कि मौजूदा सरकार लोकतंत्र पर कुठाराघात करने के लिए प्रयासरत है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।